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युवक बोला- मेरे पिता गृह मंत्रालय में लगवा देंगे, साढ़े 19 लाख लेकर नियुक्त पत्र भी दिया... फिर भी होना पड़ा शर्मिंदा

गृह मंत्रालय में नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक परिवार ने युवक से साढ़े 19 लाख रुपये ठग लिए। फर्जी नियुक्त पत्र देने के बाद जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो आरोपितों ने उसे गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है। इसी तरह दो अन्य लोगों ने भी ऑनलाइन रोजगार के नाम पर ठगी की शिकायत दर्ज कराई है।

By Kapil Kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 23 Oct 2024 04:42 PM (IST)
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गृह मंत्रालय में नौकरी के नाम पर हड़पे साढ़े 19 लाख रुपये - प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, बागपत। गृह मंत्रालय में नौकरी लगवाने के नाम पर एक परिवार के तीन सदस्यों ने मिलकर युवक से साढ़े 19 लाख रुपये हड़प लिए। उसको फर्जी नियुक्त पत्र सौंपा गया। फर्जीवाड़े की पोल खुलने पर रुपये का तगादा किया तो आरोपितों ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित ने पुलिस से शिकायत की है।

ग्राम पाबला बेगमाबाद निवासी प्रदीप कुुमार ने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात 19 फरवरी 2023 को क्षेत्र के एक गांव के युवक से हुई थी। आरोप है कि युवक ने कहा था कि यदि कोई गृह मंत्रालय में नौकरी करना चाहता है तो बता देना, मेरे पिता नौकरी लगवा देंगे।

फर्जी नियुक्त पत्र सौंपा

उसने अपनी नौकरी लगवाने के लिए युवक से बात की, जिसने अपने पिता व भाई से मुलाकात कराई। नौकरी के एवज में साढ़े 19 लाख रुपये लिए। उसको फर्जी नियुक्त पत्र सौंपा, जिसका पता गृह मंत्रालय पहुंचने पर चला। इसकी जानकारी देने पर आरोपित तरह-तरह की बातें करने लगे।

रुपये का तगादा करने पर बैंक के दो चेक दिए, जो खाते में पर्याप्त धनराशि न होने की वजह से अनादरित हो गए। बाद में तगादा करने पर गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी। आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। उधर कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी का कहना है कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

आनलाइन रोजगार दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी

बागपत। साइबर अपराध की घटना रुक नहीं रही है। ग्राम पाबला बेगमाबाद निवासी विक्रांत धामा ने पुलिस काे बताया कि गत 24 फरवरी को उसके टेलीग्राम अकाउंट एक मैसेज आया था। उसे आनलाइन काम दिया गया। इसके एवज में उसको खाते में रुपये जमा कराए गए।

इसके बाद उससे 3.22 लाख रुपये बैंक खाते में जमा कराए, लेकिन रुपये नहीं लौटाए। रुपये की और मांग की गई। इसके अलावा अग्रवाल मंडी टटीरी निवासी अक्षत गोयल ने बताया कि टेलीग्राम अकाउंट पर मैसेज भेजकर आनलाइन रोजगार दिलाने का झांसा दिया। दस हजार रुपये जमा करने पर 14 हजार रुपये बैंक खाते में वापस किए।

इसके बाद उससे पहले 50 हजार, फिर 2.90 लाख रुपये जमा कराए। इतना ही नहीं रुपये की और डिमांड की गई। उन्होंने आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की। उधर कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी का कहना है कि दोनों घटना के मुकदमे दर्ज किए गए हैं। विवेचना के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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