कोई पेड़ पर लटका मिला तो किसी ने जमीन पर तोड़ा दम, बागपत में कई बंदरों को जहरीला पदार्थ खिलाकर मार डाला
Monkey Killed In Baghpat Update News बागपत में बंदरों को मारने का मामला सामने आया है। हिन्दू संगठनों में इस बात को लेकर रोष है। वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। मृत बंदरों को मिट्टी में दबाने का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें युवक बता रहा है कि बंदरों का शरीर नीला पड़ा है। माना जा रहा है कि उन्हें जहर दिया गया है।
संवाद सूत्र, जागरण, बिनौली/बागपत। रंछाड़ गांव के वन क्षेत्र में मंगलवार को बंदरों को जहरीला पदार्थ देकर मौत के घाट उतार दिया। कोई बंदर पेड़ पर लटका मिला तो कोई जमीन पर पड़ा मिला। ग्रामीणों ने दावा किया कि मरने वाले बंदरों की संख्या 20 से ज्यादा भी हो सकती है।
बंदरों के शवों को जमीन में दबा दिया गया। हिंदू जागरण मंच के प्रांत सह संयोजक ने मुकदमा दर्ज कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वन क्षेत्र में मृत पड़े बंदरों का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
मृत बंदरों की जानकारी पर नहीं पहुंचे विभाग के अधिकारी
रंछाड़ गांव के वन क्षेत्र में बड़ी संख्या में बंदर हैं। दोपहर के समय लोग खेतों में गए तो वन क्षेत्र में कई बंदर मृत पड़े मिले। उन्होंने इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों काे दी तो उन्होंने बंदर को वन्य जीव नहीं होने की बात कहते हुए पुलिस द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम में कार्रवाई होने की जानकारी दी।पुलिस ने कहा कि सूचना तो मिली थी, लेकिन मौके पर कोई बंदर मृत नहीं मिला। बंदरों का शरीर नीला पड़ा हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने लगभग 20 बंदरों के शवों को जमीन में दबा दिया।
युवकों ने बनाया वीडियो
उधर, एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें दो-तीन युवक मृत पड़े बंदरों को उठाकर जमीन में दबाते और मृत बंदरों की संख्या बताते नजर आ रहे हैं। एक युवक वीडियो भी बना रहा है।ये भी पढ़ेंः Baghpat News: थूककर रोटी तैयार करने का आरोपित ढाबा संचालक सद्दाम गिरफ्तार, बोला- 'मैं तो फूंक मार रहा था'
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आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।यह मामला गंभीर है और इसकी जांच कराई जा रही है। अभी तक वन क्षेत्र में मृत बंदर नहीं मिला है। एमएस गिल, इंस्पेक्टर थाना बिनौली।
जिन्होंने भी बंदरों की हत्या की है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए। मधुसूदन शास्त्री, प्रांत सह संयोजक हिंदू जागरण मंच।