Baghpat Lakshagriha: लाक्षागृह को लेकर आपत्तिजनक फोटो वायरल, पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लिया
कोर्ट का फैसला आने के बाद बागपत के बरनावा गांव में लाक्षागृह पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। पुलिस लाक्षागृह और बरनावा गांव में होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए है। इसके बावजूद गांव के ही तीन युवकों ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर तीन फोटो अपलोड कर दिए। तीनों फोटो पर आपत्तिजनक कमेंट्स भी लिखे गए। सूचना के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया।
जागरण संवाददाता, बड़ौत। अदालत का फैसला आने के बाद बरनावा गांव में लाक्षागृह पर पुलिस बल को तैनात किया गया है जो लाक्षागृह और बरनावा गांव में होने वाली हर गतिविधि पर नजर बनाए है। इसके बावजूद गांव के ही तीन मुस्लिम युवकों ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर तीन फोटो अपलोड कर दिए। तीनों फोटो पर आपत्तिजनक कमेंट्स भी लिखे गए हैं। सूचना के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया।
पुलिस ने तीनों युवकों को हिरासत में लिया
पुलिस ने तीनों आरोपित युवकों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस बिनौली थाने में उनसे पूछताछ कर रही है। एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि फेसबुक पर फोटो डालने वाले तीन युवकों को हिरासत में ले लिया गया है। आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
हिंदू पक्ष ने जीती 53 साल की लड़ाई
बता दें, 53 साल आठ महीने की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद हिंदू पक्ष ने अदालत में लाक्षागृह को लेकर बड़ी जीत हासिल कर ली है। वर्ष 1970 में वाद दायर होने के बाद से ही हिंदू पक्ष ने अदालत में ठोस साक्ष्य पेश किए, जबकि मुस्लिम पक्ष अपने दावों पर खरा नहीं उतर सका। यही नहीं जो साक्ष्य पेश किए, उनके बारे में भी पुख्ता जानकारी अदालत को नहीं दे सका। मुस्लिम पक्ष न तो यह बता सका कि जब प्राचीन टीले पर मानव की अस्थियां मिली तो उनकी कार्बन डेटिंग क्यों नहीं कराई गई? न ही टीले के कोने-कोने में कब्रें होने का पुख्ता सबूत दे सका। दूसरी तरफ, हिंदू पक्ष ने न केवल कमीशन की रिपोर्ट पेश की, बल्कि सरधना तहसील, एएसआई आदि की साक्ष्यों के साथ रिपोर्ट अदालत में प्रस्तुत की।यह भी पढ़ें: 'टीला ही है महाभारतकालीन लाक्षागृह', हिंदू पक्ष ने कोर्ट में किया साबित; इन साक्ष्यों से मिली जीत
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