तेज आंधी-तूफान के जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। इस दौरान विद्युत लाइन खंभों आदि क्षतिग्रस्त होने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। वहीं शहर के बिजरौल रोड रेलवे क्रासिंग के बैरियर क्षतिग्रस्त हो गए जिनसे एक बैरियर विद्युत लाइन पर जा गिरा जिससे ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। शनिवार दोपहर अचानक आए तेज अंधड़ से पूरे वातावरण को धूल के गुब्बार ने अपने ढक लिया।
संवाद सहयोगी, बड़ौत। तेज आंधी-तूफान के जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। इस दौरान विद्युत लाइन, खंभों आदि क्षतिग्रस्त होने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। वहीं शहर के बिजरौल रोड रेलवे क्रासिंग के बैरियर क्षतिग्रस्त हो गए, जिनसे एक बैरियर विद्युत लाइन पर जा गिरा, जिससे ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ।
शनिवार दोपहर अचानक आए तेज अंधड़ से पूरे वातावरण को धूल के गुब्बार ने अपने ढक लिया। तीव्र गति से चली हवा के आगे बड़े-बड़े पेड़ धराशाई हो। इस दौरान जो जहां पर था वह वहीं पर ठहरकर आंधी उतरने की बाट जोहने लगा। करीब घंटे भर तक तूफान का जोर रहा, जिसके बाद धीरे-धीरे शांत होता चला गया।
बड़ी-बड़ी शाखाएं विद्युत लाइनों पर गिरी
अंधड़ में सबसे ज्यादा नुकसान ऊर्जा निगम का हुआ, जगह-जगह पेड़ों की बड़ी-बड़ी शाखाएं विद्युत लाइनों पर गिरी, जिनके दवाब में खंभे टूट गए और लाइनें नीचे लटक गईं। इसके बाद जगह-जगह बिजली आपूर्ति ठप हुई, जिसे ठीक करने के लिए लाइनमैन देर शाम तक जुटे रहे।
वहीं शहर के बिजरौल रोड रेलवे क्रासिंग के दोनों बैरियर टूट गए, जिनमें से एक टूटकर रेलवे की विद्युत लाइन पर जा टिका, जिससे इस मार्ग पर काफी समय तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ। शाम पांच बजे सहारनपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेन करीब डेढ़ घंटा लेट हुई। रेलवे के इंजीनियरों ने काफी देकर मरम्मत करने के बाद दोनों बैरियर को दुरूस्त कर ट्रेनों का आवागमन सुचारू कराया।
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