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UP News: जेल में बिगड़ी कैदी की हालत, अस्पताल में मौत; दो साल पहले हत्या केस में हुई थी आजीवन कारावास

बागपत के खेकड़ा में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे गैंगस्टर की हालत खराब हो गई। उसे इलाज के ल‍िए अस्‍पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। बता दें 2014 में हुई हत्या के एक मामले में कोर्ट ने उसे मई 2022 को सजा सुनाई थी। कैदी की मौत से स्वजन में मातम छा गया।

By Gaurav Kumar Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 12 Apr 2024 12:37 PM (IST)
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जेल में बिगड़ी कैदी की हालत, अस्पताल में मौत।- सांकेतिक तस्‍वीर

संवाद सहयोगी, खेकड़ा। हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे गैंगस्टर की हालत खराब होने पर इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। 2014 में हुई हत्या के मामले में कोर्ट ने मई 2022 को सजा सुनाई थी। कैदी की मौत से स्वजन में मातम छाया है।

खेकड़ा के मुहल्ला रामपुर निवासी जयकुमार पुत्र रतिराम की 31 दिसंबर 2014 को चांदीनगर थाना क्षेत्र में चमरावल रोड पर ट्रक से कुचलकर हत्या की गई थी। जयकुमार के भाई रामकुमार ने मुहल्ले के विनय, बोबी व गुड्डू के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। जेल से जमानत पर बाहर आए आरोपितों में विनय की कई साल पूर्व हत्या हो चुकी है। इस मामले में अदालत ने 19 मई 2022 को आरोपितों को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा और 20-20 हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया था।

बोबी, गुड्डू के साथ सजा काट रहा था। गुरुवार सुबह तबीयत खराब होने पर बोबी को जेल से इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। यहां करीब आधा घंटा इलाज चलने के बाद बोबी ने दम तोड़ दिया। कैदी की मौत का पता लगने पर स्वजन जिला अस्पताल पहुंचे। घटना से स्वजन में मातम छाया है। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद बोबी के शव की स्वजन ने अंत्येष्टि की।

कारागार के जेलर जितेंद्र कश्यप ने बताया कि कई दिन से बोबी सीने में दर्द बता रहा था। सुबह हालत खराब होने पर जिला अस्पताल भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल के ईएमओ डॉ. विजय प्रकाश का कहना है कि देखने से प्रतीत होता है कि हृदयगति रुकने से बोबी की मृत्यु हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

नवरात्र के रखे थे व्रत

जेलर ने बताया कि बोबी मां दुर्गा के नवरात्र के व्रत रखे हुए था। गुरुवार को तीसरे व्रत में बोबी ने सुबह स्नान के बाद पूजा अर्चना की। फिर अपने साथियों के साथ बातचीत कर रहा था। सीने में दर्द होने पर सिपाही बोबी को अस्पताल में ले गए। यहां बीपी बेहद कम होने पर बोबी को तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया था।