UP Politics: 'माफिया की कब्र पर फातिहा पढ़ने वालों को मठ-मंदिर की क्या जानकारी', अखिलेश पर बरसे योगी के मंत्री
मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने बागपत में विकास कार्यों की समीक्षा की और तालाबों के विकास की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव माफियाओं की कब्र पर फातिहा पढ़ते हैं उन्हें मठ-मंदिरों की क्या जानकारी होगी। वर्ग विशेष को खुश करने के लिए उनके पिता ने कारसेवकों पर गोलियां चलवाई थीं। माफिया की तरफदारी करेंगे तो जनता उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में जवाब देगी।
जागरण संवाददाता, बागपत। मत्स्य मंत्री डा. संजय कुमार निषाद ने कहा कि गांव और शहरों के पोखरों को विकसित कराया जाएगा। अखिलेश यादव के बयान पर कहा कि वे माफियाओं की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ते हैं, उन्हें मठ और मंदिरों की क्या जानकारी होगी। वर्ग विशेष को खुश करने के लिए उनके पिता ने कारसेवकों पर गोलियां चलवाई थीं।
विकास भवन सभागार में शनिवार को मत्स्य और अन्य विभागों के विकास कार्यों की समीक्षा करने के बाद मत्स्य मंत्री डा. संजय कुमार निषाद ने मीडिया से बात की।
मांगुर पर बैन, बंगाल को नोटिस भेजकर समझाएंगे
मंत्री संजय निषाद ने कहा, कि बागपत दिल्ली के नजदीक का जिला होने की वजह से मत्स्य पालकों का सप्लाई और उत्पादन अच्छा है। मछुआ कल्याण कोष की योजना के तहत आधार कार्ड न होने के बावजूद पांच लाख तक का इलाज ले सकते हैं। मांगुर मछली प्रतिबंधित है, उससे कैंसर होता है। बंगाल से सप्लाई होती है इसलिए नोटिस जारी कर इसे न बेचने के लिए समझाया गया। मछली पालन के लिए विभिन्न आधुनिक विधियां बताई जा रही हैं। विभाग द्वारा प्रशिक्षित किया जाए।तालाब है तो उन्हें टेंडर छोड़े जाएंगे
मंत्री ने कहा, कि यमुना और गंगा में माफिया पर अंकुश लगा है। अब पांच किलोमीटर पर समिति का निर्माण होगा। पांच-पांच किलोमीटर पर खंड बनेंगे, उसमें समितियां आएंगी और मछलियां पालेंगी। ग्राम पंचायत और नगर निकायों के पोखर गंदे होते हैं, उन्हें साफ करने के लिए तैरती हुई खेती को बढ़ावा देंगे। इससे पानी साफ हो जाएगा और मछली पालन करेंगे। विकसित तालाब है तो उन्हें टेंडर छोड़े जाएंगे।
अर्धविकसित हैं तो उन्हें विकसित कराएंगे। क्योंकि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की मंशा है कि निचले पायदान पर रहने वाले लोगों को योजना से जोड़ा जाए। कांग्रेस सरकार ने मछुआरों को 67 सालों में तीन हजार करोड़ रुपया दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छह सालों में साढ़े 41 हजार करोड़ रुपये दिया है।
अखिलेश के बयान पर कहा
अखिलेश के मठ और माफिया वाले बयान पर कहा कि 90 प्रतिशत लोग भारतीय संस्कृति को मानने वाले हैं। उसी का नतीजा है कि 2014 से अब तक समाजवादी पार्टी बाहर जा रही है। एक वर्ग के लोग खुश रहे हैं, बाकी नाखुश रहे। माफिया ही उनकी सत्ता की सीढ़ी थी। अब माफियाओं की कमर तोड़ दी है।
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