UP Police : 'जेल से बाहर आते ही करूंगा हत्या' पुलिस की लापरवाही से 28 दिन में पीड़ित परिवार पर तीन बार हमला
आरोप है बेटी के अपहरण व दुष्कर्म के मामले में पकड़े जाने के बाद मनीष ने पुलिस के सामने ही धमकी दी थी कि जेल से बाहर आते ही हत्या कर देगा तब पुलिस ने मनीष पर सख्ती दिखाई दी थी। जेल से बाहर आने के बाद से मनीष वाट्सअप काल कर गाली-गलौज कर धमकी देता है। वह आठ अगस्त को दूध लेने के लिए घर से रवाना हुई थी।
जागरण संवाददाता, बागपत। पुलिस की लापरवाही से दुष्कर्म पीड़ित छात्रा के परिवार पर 28 दिन में तीन बार हमला हुआ। पीड़ित पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाते रहे, लेकिन पुलिस ने जरा भी ध्यान नहीं दिया। इसी का नतीजा है कि आरोपित युवक के हौसले बुलंद होते चले गए। उसने दुस्साहसी घटना को अंजाम दिया।
पीड़ित महिला का आरोप है कि बेटी के अपहरण व दुष्कर्म के मामले में पकड़े जाने के बाद आरोपित मनीष ने पुलिस के सामने ही धमकी दी थी कि जेल से बाहर आते ही हत्या कर देगा, तब पुलिस ने मनीष पर सख्ती दिखाई दी थी। जेल से बाहर आने के बाद से मनीष वाट्सअप काल कर गाली-गलौज कर धमकी देता है। वह आठ अगस्त को दूध लेने के लिए घर से रवाना हुई थी, तभी उसका अपहरण करने का प्रयास किया था।
घटना की पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हर बार पुलिस बोलती थी कि मनीष की लोकेशन निकालकर बता देंगे। यदि पुलिस मनीष को गिरफ्तार कर लेती तो उन पर अब हमला नहीं होता। गुरुवार रात हमले के बाद पुलिस घर पर पहुंची, उस समय भी मनीष की मोबाइल पर बार-बार धमकी भरी काल आ रही थी, तब पुलिसकर्मियों ने कहा कि मनीष नशे में काल कर रहा होगा, रिसीव मत कीजिए।
पुलिस ने रात को भी मनीष को पकड़ने का प्रयास नहीं किया। रात को धमकी दी थी कि सुबह को सूरज नहीं देखने दूंगा, मनीष ने शुक्रवार सुबह सूरज निकलने से पहले ही पति पर हमला कर दिया। इससे ज्यादा दुस्साहस क्या हो सकता है।
गांव में नहीं रहेगा पीड़ित परिवार
पीड़ित महिला का कहना है कि वह अपने परिवार के साथ गांव में नहीं रहेंगी, शीघ्र ही सुरक्षित स्थान पर चली जाएंगी।
पड़ोस में रहकर कार चलाता था मनीष
महिला ने बताया कि जब उनका परिवार बागपत नगर के एक मोहल्ले में रहता था, तब मनीष भी पड़ोस में रहकर कार चलाता था। बेटी के साथ हुई घटना की पुलिस से शिकायत की तो आरोपित मनीष उनके परिवार से रंजिश रखने लगा। इसी वजह से हमले की घटनाओं को अंजाम दिया।