कमर पर बेल्ट, पति का हाथ पकड़ चल रही थी... 10 दिन पहले ऑपरेशन से हुआ प्रसव, फिर भी परीक्षा देने पहुंच गई यशोदा
यशोदा नाम की एक प्रसूता ने अलीगढ़ में पुलिस भर्ती परीक्षा दी जबकि उनकी सिजेरियन डिलीवरी सिर्फ 10 दिन पहले हुई थी । घरेलू कामों के साथ - साथ उन्होंने नियमित रूप से पढ़ाई की और अपने सपने को पूरा करने के लिए परीक्षा में शामिल हुईं। यशोदा की कहानी दृढ़ संकल्प और महिला सशक्तिकरण की एक प्रेरणादायक मिसाल है।
जागरण संवाददाता, बागपत। वर्दी पहनने के जुनून में युवा हर दुख-दर्द को भूल कोसों दूर से परीक्षा देने के लिए पहुंचे। परेशानियां झेलते हुए पुलिस में भर्ती होने के सपने को पूरा करने को परीक्षा में सम्मिलित हुए। एक महिला अभ्यर्थी तो ऐसी थी जिसकी 10 दिन पहले आपरेशन से डिलीवरी हुई। वह पति का हाथ थामे संभलते कदमों से परीक्षा देने पहुंची तो हर कोई चकित रह गया।
कमर पर बंधी थी बेल्ट
अलीगढ़ के जलाली कस्बा की रहने वाली यशोदा पत्नी सोनू श्री यमुना इंटर कालेज में प्रथम पाली में पुलिस भर्ती परीक्षा देने पहुंची। केंद्र के बाहर तक उनके पति सोनू धीरे-धीरे उनके साथ हाथ पकड़कर चल रहे थे। यशोदा की कमर पर बेल्ट बंधी हुई थी। सोनू ने बताया कि पत्नी की 10 दिन पहले बड़े आपरेशन से डिलीवरी हुई है। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की सलाह पर आठवें माह में ही डिलीवरी करानी पड़ी। जच्चा और बच्चा स्वस्थ हैं।
परीक्षा के दौरान लगातार तीन घंटे बैठे रहने से परेशानी न हो इसके लिए चिंता बनी रही। उन्होंने बताया कि पिछली बार हुई परीक्षा में पत्नी के अच्छे अंक आने की उम्मीद थी, लेकिन वह परीक्षा रद हो गई। इससे बहुत दुख पहुंचा था। फिर से वह तैयारियां में जुट गई थी। अपना घरेलू कार्य निपटाने के बाद वह नियमित तीन से चार घंटे तैयारी कर रही थी। उम्मीद है कि अच्छे अंक आएंगे। 10 दिन के बेटे को स्वजन के पास छोड़कर आए हैं।
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