31 घोंसलों से निकले घड़ियाल के 1500 बच्चे
बढ़ा कुनबा 190 बचे रखे गए घड़ियाल विमोचन केंद्र में
बहराइच : प्रकृति प्रेमियों के लिए अच्छी खबर है। कतर्नियाघाट के गेरुआ नदी के टापू पर रखे गए घड़ियाल के 31 घोंसलों से लगभग 1500 बच्चे बाहर निकाले गए हैं। प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी इनके अधिकतर अंडे सुरक्षित पाए गए हैं।
वन क्षेत्राधिकारी रामकुमार ने बताया कि इस बार घड़ियाल का कुनबा बढ़ा है। घड़ियाल विमोचन केंद्र में इनके 190 बच्चे रखे गए हैं। लंबाई बढ़ने के बाद इन्हें पुन: गेरुआ नदी में छोड़ दिया जाएगा। घड़ियाल व मगरमच्छ के जानकार गुलाम रसूल व लक्ष्मण बच्चों की देखरेख करते रहेंगे। गेरुआ नदी मगरमच्छ व घड़ियाल के उपयुक्त मानी जाती है। इसीलिए विभिन्न प्रजाति के विशालकाय मगरमच्छ इसमें पाए जाते हैं। इस नदी में लोगों का प्रवेश वर्जित है।
जंगली हाथियों ने तहस-नहस की गन्ने की फसल
मटेही गांव के नवीनपुरवा में शुक्रवार की रात एक बजे जंगल से निकले हाथियों के झुंड ने गन्ने की सात बीघा फसल को तहस-नहस कर दिया।
किसान प्रताप सिंह राणा का एक एकड़, कुंतीदेवी का एक बीघा, रामलाल की एक बीघा गन्ना हाथियों ने नष्ट कर दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के बीट प्रभारी आशीष पाल को दी। मौके पर पहुंचे वन रक्षक ने ग्रामीणों की मदद से जंगली हाथियों को भगाने के लिए गोला-पटाखे दागे, लेकिन जंगली हाथियों का झुंड टस से मस नहीं हुआ। अंत में ग्रामीणों ने ट्रैक्टर का साइलेंसर निकाल कर दौड़ाना शुरू किया तब सुबह चार बजे हाथियों का झुंड वहां से गया। निशानगाड़ा वन क्षेत्राधिकारी ताराशंकर यादव ने बताया कि ग्रामीणों से प्रार्थनापत्र लेकर मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीते कई दिनों से जंगली हाथियों का मूवमेंट मटेही गांव में दिख रहा है। रात्रि गश्त बढ़ाई जाएगी।
तेंदुए के हमले में युवक घायल
कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के रेंज ककरहा के ग्राम बभनिया फाटा में शुक्रवार शाम आठ बजे के आसपास अवधेश यादव (35) घर के सामने मच्छर को भगाने के लिए धुआं कर रहा था, तभी झाड़ी से निकले तेंदुए ने हमला कर दिया। इससे युवक घायल हो गया। पड़ोसियों ने हांका लगाकर तेंदुए को भगाया।
वन क्षेत्राधिकारी राम कुमार ने बताया कि बभनिया फाटा क्षेत्र में दारोगा राकेश गुप्त फारेस्ट गार्ड सुनील कुमार, वाचर दोस्त मोहम्मद के साथ गश्त कर रहे थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे। वन कर्मियों ने घायल अवधेश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिहींपुरवा पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। लिखापढ़ी के बाद मुआवजे की कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों को सतर्क किया गया है।