SDM के सामने हिंदी भी नहीं पढ़ सके बच्चे, सरकारी टीचरों को जारी किया गया अल्टीमेटम
एसडीएम आलोक प्रसाद ने प्राथमिक विद्यालय कोनारी का निरीक्षण किया। इस दौरान पूछे गए सवालों के सही जवाब बच्चे नहीं दे सके। एसडीएम ने गहरी चिंता जताते हुए शिक्षा के स्तर को सुधारने के निर्देश दिए। एसडीएम ने विद्यालय के खराब लर्निंग आउटकम पर गहरी चिंता व्यक्त की और शिक्षकों को निर्देश दिया कि एक माह के भीतर शिक्षा के स्तर में सुधार सुनिश्चित करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संवाद सूत्र, कैसरगंज (बहराइच)। प्राथमिक विद्यालय कोनारी का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी आलोक प्रसाद ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पूछे गए सवालों के सही जवाब बच्चे नहीं दे सके। अंग्रेजी व हिंदी भी बच्चे नहीं पढ़ सके। एसडीएम ने गहरी चिंता जताते हुए शिक्षा के स्तर को सुधारने के निर्देश दिए।
एसडीएम के निरीक्षण में प्रधानाध्यापिका आकांक्षा द्विवेदी व सहायक अध्यापक मुहम्मद जावेद उपस्थित मिले, जबकि दो अन्य अध्यापिकाएं प्रीती शर्मा और अंजू गौतम अवकाश पर थीं। बच्चों की लर्निंग क्षमता का मूल्यांकन करने पर पाया गया कि अधिकांश बच्चे हिंदी और अंग्रेजी की पाठ्यपुस्तक नहीं पढ़ सके। गणित में भी केवल एक बच्चा ही गुणा कर पाया।
एसडीएम ने कड़ी कार्रवाई की दी चेतावनी
एसडीएम ने विद्यालय के खराब लर्निंग आउटकम पर गहरी चिंता व्यक्त की और शिक्षकों को निर्देश दिया कि एक माह के भीतर शिक्षा के स्तर में सुधार सुनिश्चित करें, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खंड शिक्षा अधिकारी से पांचों एआरपी को निरंतर पर्यवेक्षण कराकर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए निर्देश दिए। इस मौके पर नायब तहसीलदार ब्रह्मादीन यादव मौजूद रहे।दिव्यांग को आवास व दिलाने के लिए एसडीएम ने लिखा पत्र
संवाद सूत्र, कैसरगंज। दिव्यांग को तहसील परिसर में देखकर उप जिलाधिकारी आलोक प्रसाद अपने चैंबर से निकलकर स्वयं उनसे मिलने आए। समस्याएं जानी और साथ में लाए प्रार्थना पत्र का तत्काल निराकरण भी किया। दिव्यांग अरविंद कुमार ने बताया कि वह करमुल्लापुर जरवल रोड के रहने वाला हैं। उसकी माली हालत ठीक नहीं है। उसके पास रहने के लिए न तो आवास है और न ही चलने के लिए अच्छी ट्राई साइकिल है।
उप जिलाधिकारी आलोक प्रसाद ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए समाज कल्याण अधिकारी व बीडीओ को पत्र लिखकर दिव्यांग को साइकिल व आवास दिलाने के लिए आवश्यक कार्रवाई का आग्रह किया है। उपजिलाधिकारी के इस व्यवहार से दिव्यांग फूला नहीं समा रहा है।
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