Bahraich Operation Bhediya: भेड़ियों की अफवाह से डरे-सहमे लोग, प्रशासन हलकान; दी कार्रवाई की चेतावनी
बहराइच में बचे हुए भेड़ियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए बड़ा तलाशी अभियान चल रहा है। क्षेत्र से ड्रोन फुटेज मौजूदा खतरे को दूर करने और जनता के डर को कम करने के लिए वन विभाग के बढ़ते प्रयासों को दर्शाता है। प्रभावित क्षेत्रों की 24 घंटे निगरानी के साथ सख्ती से काम किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, बहराइच। 'ड्रोन' के दिन भर लगातार उड़ने के बाद भी 'ऑपरेशन भेड़िया' में कुछ नहीं मिला। महसी इलाके में मार्च माह से लगातार ड्रोन से निगरानी और गहन तलाशी के बाद भी भेड़िया नहीं दिखा। फॉरेस्ट गार्ड ऋषिपाल, चौकीदार पीतांबर और अन्य फील्ड स्टाफ का अनुमान है कि भेड़िए डर के मारे दूसरे इलाकों में भाग गए होंगे। खोज जारी है।
दो बचे हुए भेड़ियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए बहराइच में बड़ा तलाशी अभियान चल रहा है। क्षेत्र से ड्रोन फुटेज मौजूदा खतरे को दूर करने और जनता के डर को कम करने के लिए वन विभाग के बढ़ते प्रयासों को दर्शाता है। वन विभाग के महाप्रबंधक संजय पाठक ने कहा कि हम प्रभावित क्षेत्रों की 24 घंटे निगरानी के साथ अपनी टीम के साथ सख्ती से काम कर रहे हैं। अब बकरियों की जगह भेड़ों को भेड़ियों के आवास के पास रखा जा रहा है।
भेड़ियों के आदमखोर व्यवहार को बदल सकता है यह तरीका
उनका मानना है कि शिकार की प्राथमिकता में यह बदलाव भेड़ियों के आदमखोर व्यवहार को बदल देगा और मनुष्यों के लिए जोखिम को कम कर देगा। पाठक ने भेड़ियों को देखे जाने की झूठी खबरों के कारण वन कर्मी उन क्षेत्रों में पहुंच गए, जहां अक्सर सियार दिखाई देते हैं।उन्होंने कहा कि फिलहाल अधिकारी अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन अगर ऐसी अफवाहें नहीं रुकीं तो वे जिला प्रशासन और पुलिस से ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने पर विचार कर सकते हैं, क्योंकि इससे आपरेशन में बाधा आती है।
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