बहराइच हिंसा मामले में एसपी वृंदा शुक्ला का बड़ा एक्शन, 29 पुलिसकर्मियों को किया लाइन हाजिर; महकमे में हड़कंप
महसी के महराजगंज में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान यात्रा पर पथराव के बाद युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।इसके बाद जिले में हिंसा भड़क गई। दो दिन तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। पूरे मामले में लापरवाही उजागर होने पर सीओ रूपेन्द्र गौड़ थानाध्यक्ष सुरेश कुमार वर्मा चौकी इंचार्ज महसी शिव सागर सरोज को निलंबित किया जा चुका है।
जागरण संवाददाता, बहराइच। बहराइच के महराजगंज हिंसा मामले में पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने हरदी थाने में तैनात रहे 14 व रामगांव के 15 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
महसी के महराजगंज में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान यात्रा पर पथराव के बाद युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।इसके बाद जिले में हिंसा भड़क गई। दो दिन तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। पूरे मामले में लापरवाही उजागर होने पर सीओ रूपेन्द्र गौड़, थानाध्यक्ष सुरेश कुमार वर्मा, चौकी इंचार्ज महसी शिव सागर सरोज को निलंबित किया जा चुका है।
29 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई
मामले में तहसीलदार पर कार्रवाई हो चुकी है। अब एसपी ने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने वाले 29 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की है। सभी को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया है। कार्रवाई की जद में आए 14 पुलिसकर्मी हरदी थाने में तैनात थे और 13 की तैनाती रामगांव थाने में थी।एसपी की कार्रवाई से महकमे में हड़कंप
सभी को पुलिस लाइन में अपनी आमद दर्ज कराने के निर्देश भी एसपी ने दिए हैं। पूरी कार्रवाई के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। एसपी ने पुलिस लाइन में तैनात रहे 13 आरक्षियों को हरदी थाने में व 16 को रामगांव थाने में तैनात किया है। आशंका इस बात की भी जताई रही है कि अभी कुछ और लोगो पर गाज गिर सकती है।
पुलिस कर्मियों को दिया दंगा नियंत्रण हथियारों के प्रयोग का प्रशिक्षण
संवाद सूत्र, नानपारा (बहराइच)। महराजगंज बवाल के दौरान पुलिस कर्मियों के दंगा नियंत्रण हथियार न चला पाने के बाद सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग सतर्क हो गया है। सोमवार को कोतवाली नानपारा में पुलिस कर्मियों को दंगा नियंत्रण हथियारों के प्रयोग का प्रशिक्षण वरिष्ठ अर्मोनल देवानंद विश्वकर्मा ने दिया। एसओ प्रदीप सिंह ने भी शस्त्र संचालन में हाथ आजमाया।पुलिसकर्मियों को गैस गन, एंटी राइट गन, एक्शन गन, हैंड ग्रेनेड और चिली बम, रबर बुलेट चलाने सहित आंसू गैस के गोला दागने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही शस्त्रों का निरीक्षण कर साफ-सफाई करने की बारीकी बताई गई। पुलिस कर्मियों को दंगा नियंत्रण के अन्य बारीकियों को भी बताया गया, ताकि विशेष परिस्थितियों से निपटने में पुलिस सक्षम रहे। इस मौके पर अपराध निरीक्षक अनिल उपाध्याय, वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रकाश चंद शर्मा, उपनिरीक्षक पूर्णेश नारायण पांडे, रामसुधारे यादव, रवि यादव, सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।
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