Bahraich Violence: हिंसा पर काबू पाने के बाद भी दहशत में लोग, डर और आशंका के बीच राहत देती रहीं बूटों की 'खट-खट'
बहराइच में हिंसा के बाद भी लोगों में दहशत का माहौल है। सुरक्षा बलों की मौजूदगी और लगातार गश्त के बावजूद लोग डरे हुए हैं। घटनास्थल के आसपास के घरों में रहने वाले लोगों के चेहरों पर अभी भी खौफ साफ देखा जा सकता है। प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में करने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन लोगों का डर अभी भी बना हुआ है।
जागरण संवादाता, बहराइच। महराजगंज में विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के बाद सोमवार रात स्थानीय निवासियों के लिए बेचैनी भरी रही। डर और आशंका के बीच सुरक्षाकर्मियों के बूटों की खटखट और सायरन की आवाज आश्वस्त कर रही थीं। घटना स्थल के पास स्थित मकानों में मौजूद लोगों की आंखों में हिंसा का खौफ व चेहरे पर दहशत अभी बरकरार है।
मंगलवार को सचिव (गृह) संजीव गुप्त और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था)/एसटीएफ चीफ अमिताभ यश दिन भर जिले में दौरा करके जायजा लेते रहे। मौके पर 12 कंपनी पीएसी एवं एक कंपनी आरआरएफ के जवान लगाए हैं। इसके अलावा 400 से ज्यादा निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं अन्य पुलिस कर्मी, एक दस्ता एसटीएफ के कमांडो भी ड्यूटी पर तैनात हैं।
मंडलायुक्त शशिभूषण लाल सुशील, पुलिस उप महानिरीक्षक अमरेंद्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी मोनिका रानी एवं पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ल मौके डेरा डाले हैं। मंगलवार रात बारह बजे ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी लेकिन लोग सुबह से फोन करके हालात पता करते रहे।
महसी महराजगंज जाने वाले मार्ग पर पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग।- जागरण
घटना को याद करके लोग सिहर जाते हैं। महराजगंज निवासी देशराज ने बताया कि सोमवार की सुबह 10 बज रहे होंगे। दुकान खोलने की तैयारी चल रही थी कि अचानक तेज आवाज आई और जब तक छत पर पहुंचा तो देखा कि बाइक एजेंसी आग के हवाले हो चुकी थी।इसे भी पढ़ें-यूपी में एक गलती से ढाई गुना कम हो गई 600 किसानों की जमीन
लोग नारेबाजी कर रहे थे, लोगों में जबरदस्त आक्रोश था। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तब तक एक अस्पताल भी आग के हवाले हो चुका था। किसी तरह हिंसा पर काबू तो कर लिया गया, लेकिन खौफ बरकरार है।घटनास्थल से आगजनी का मलबा उठते नगर पालिका परिषद कर्मी। जागरण
हर पल बूट की आवाज रात के सन्नाटे को चीरती रही। दहशत का आलम यह रहा कि घर में चूल्हा नहीं जला। सबकी आंखें सुकून के पल का इंतजार कर रही है। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि स्थिति अब सामान्य की ओर है। संवेदनशील इलाकों के लोगों से भी वार्ता की गई है। बहुत जल्द ही पहले जैसा माहौल हो जाएगा। रामपुरवा में डीएम मोनिका रानी व एसपी वृंदा शुक्ल से जानकारी लेते एसटीएफ चीफ अमिताभ यश। जागरण
सतर्कता को देखते हुए प्रशासन ने बीएसएनएल समेत अन्य निजी संचार कंपनियों की इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए थे। सोमवार की दोपहर 12 बजे के बाद से इंटरनेट सेवा रोक दी गई, जबकि देर शाम ब्राडबैंड और अन्य संचार सेवाओं को भी बंद कर दिया गया। महराजगंज में पसरा सन्नाटा।- जागरण
इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण फोन पर लोग आसपास के माहौल की जानकारी लेने का प्रयास करते रहे। शहर के सरकारी समेत कई प्राइवेट बैंकों में मंगलवार को सर्वर ठप होने से लेनदेन प्रभावित रहा, जबकि दुकानों पर आनलाइन भुगतान न होने से दिक्कत का समाना करना पड़ा। दवा व्यापारी नितिन बंसल ने बताया कि इंटरनेट सेवा ठप होने से जिलेभर में करोड़ों का कारोबार प्रभावित रहा। इसे भी पढ़ें-बिजली विभाग की नई पहल, अब उपभोक्ता भी बताएंगे; 'कहां है बिजली व्यवस्था में खामी'व्यापारी आशीष केडिया व सुमित टेकड़ीवाल ने बताया कि इंटरनेट सेवा ठप होने से व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। जिलेभर में करीब 50 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। टिकोरामोड़ के पास संचालित पेट्रोल पंप पर चस्पा नेट बंद होने से एटीएम, पेटीएम सेवा बंद है का नोटिस।- जागरण।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।हर पल बूट की आवाज रात के सन्नाटे को चीरती रही। दहशत का आलम यह रहा कि घर में चूल्हा नहीं जला। सबकी आंखें सुकून के पल का इंतजार कर रही है। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि स्थिति अब सामान्य की ओर है। संवेदनशील इलाकों के लोगों से भी वार्ता की गई है। बहुत जल्द ही पहले जैसा माहौल हो जाएगा। रामपुरवा में डीएम मोनिका रानी व एसपी वृंदा शुक्ल से जानकारी लेते एसटीएफ चीफ अमिताभ यश। जागरण
खुफिया ईकाई की विफलता
खुफिया इकाई की विफलता जिले में पिछले आठ माह से स्थानीय खुफिया इकाई के प्रभारी का पद रिक्त है। इसे भी चूक का एक कारण माना जा रहा है। यहां तैनात रहे इंस्पेक्टर रजनीश राठी का स्थानांतरण बरेली हो गया है। उनके स्थान पर अयोध्या में कार्यरत गरिमा को स्थानांतरित किया गया था, लेकिन उन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया। तब से प्रभारी के रूप में सब इंस्पेक्टर आरपी यादव कार्य देख रहे हैं। ऐसे में जब चुनौती सामने आई तो खुफिया तंत्र चूक गया।महसी महाराज गंज में घटना स्थल पर हाथ में डंडा लेकर मौजूद 32 बटालियन लखनऊ के डीआईजी अजय कुमार। जागरणइंटरनेट सेवा बंद होने से 50 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित
महराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा व आगजनी के बाद सोमवार दोपहर से इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी गई। सेवा के ठप होने से लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, कई बैंकों में भी कामकाज ठप होने की सूचना रही।आनलाइन भुगतान व्यवस्था प्रभावित होने से जिलेभर में करीब 50 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित रहा। जिले में हिंसा व आगजनी की घटनाएं बढ़ने के बाद इंटरनेट मीडिया पर तरह-तरह की अफवाह फैलने लगी थी, इससे किसी बड़ी घटना की आशंका पैदा हो रही थी। रामपुरवा चौराहा पर मौजूद एसटीएफ चीफ अमिताभ यश।- जागरणसतर्कता को देखते हुए प्रशासन ने बीएसएनएल समेत अन्य निजी संचार कंपनियों की इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए थे। सोमवार की दोपहर 12 बजे के बाद से इंटरनेट सेवा रोक दी गई, जबकि देर शाम ब्राडबैंड और अन्य संचार सेवाओं को भी बंद कर दिया गया। महराजगंज में पसरा सन्नाटा।- जागरण
इंटरनेट सेवा बंद होने के कारण फोन पर लोग आसपास के माहौल की जानकारी लेने का प्रयास करते रहे। शहर के सरकारी समेत कई प्राइवेट बैंकों में मंगलवार को सर्वर ठप होने से लेनदेन प्रभावित रहा, जबकि दुकानों पर आनलाइन भुगतान न होने से दिक्कत का समाना करना पड़ा। दवा व्यापारी नितिन बंसल ने बताया कि इंटरनेट सेवा ठप होने से जिलेभर में करोड़ों का कारोबार प्रभावित रहा। इसे भी पढ़ें-बिजली विभाग की नई पहल, अब उपभोक्ता भी बताएंगे; 'कहां है बिजली व्यवस्था में खामी'व्यापारी आशीष केडिया व सुमित टेकड़ीवाल ने बताया कि इंटरनेट सेवा ठप होने से व्यापार काफी प्रभावित हुआ है। जिलेभर में करीब 50 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। टिकोरामोड़ के पास संचालित पेट्रोल पंप पर चस्पा नेट बंद होने से एटीएम, पेटीएम सेवा बंद है का नोटिस।- जागरण।