बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी खुर्शीद अहमद घटना के बाद नेपाल भाग गया था लेकिन मुखबिर की सूचना पर उसकी गिरफ्तारी की गई। आरोप है कि उसने सांप्रदायिक भावना से प्रेरित होकर व्यवधान उत्पन्न किया था। इस मामले में पहले भी कई लोगों को जेल भेजा गया था।
जागरण संवाददाता, बहराइच। हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज में हुई हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता को हरदी पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस का दावा है कि घटना के बाद वह नेपाल भाग गया था। उसके आने की सूचना पर उसको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
महराजगंज में बीते 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान रामगांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर निवासी रामगोपाल मिश्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद हिंसा हो गई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित समेत कई लोगों को जेल भी भेजा, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता फरार चल रहा था।
मुखबिर से मिली थी सूचना
महसी के क्षेत्राधिकारी रवि खोखर ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि मुख्य साजिशकर्ता खुर्शीद अहमद गांव आ रहा है। इसकी सूचना एसपी वृंदा शुक्ल को दी गई, जिस पर उन्होंने तत्काल हरदी थानाध्यक्ष कमलशंकर चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
इसके बाद हरदी पुलिस ने रमपुरवा चौकी के पास घेराबंदी करते हुए मुख्य साजिशकर्ता को दबोच लिया।
सीओ ने बताया कि विवेचना के दौरान यह भी प्रकाश में आया कि खुर्शीद अहमद ने ही सांप्रदायिक भावना से दुष्प्रेरित होकर सुनियोजित तरीके से अवरोध उत्पन्न किया था। इससे पहले गणेश मूर्ति विसर्जन शोभा यात्रा में भी अवरोध उत्पन्न किया था। सीओ ने बताया कि आरोपित को जेल भेज दिया गया है।
हिंसा में शामिल छह और लोग गिरफ्तार
थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि हिंसा में शामिल महाराजगंज कस्बा निवासी शकील उर्फ बबलू, मोहम्मद इरफान, फरहान राजा पुत्र , मोहम्मद हबीब , तौसीफ राजा व मोहम्मद नूरानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
षड्यंत्र के तहत हुई थी हिंसा!
महराजगंज में हुई हिंसा अचानक नहीं भड़की थी। इसके लिए पहले से ही सुनियोजित तरीके से षड्यंत्र रचा गया था। लोगों को धारदार हथियार व लाठी-डंडों के साथ बुलाया गया था। जैसे ही यात्रा अब्दुल के घर के पास पहुंची तो तय योजना के अनुसार श्रद्धालुओं पर पथराव किया गया और ऐसे हालात पैदा किए गए कि पूरा इलाका हिंसा की आग में झुलस गया। यह दावा है लखनऊ स्थित किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में भर्ती हिंसा में घायल सुधाकर तिवारी का।
महसी निवासी सुधाकर का वीडियो एक्स पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें वह बता रहा है कि रविवार को जब जुलूस निकल रहा था, तब वह सड़क के किनारे खड़े थे। एक गली से मुस्लिम युवक लाठी-डंडे व धारदार हथियार लेकर वहां पहुंचे और उन पर पीछे से हमला कर दिया।
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