बहराइच एनकाउंटर पर सियासत: अखिलेश बोले- सरकार का नया तरीका, राजभर ने किया पलटवार …तो क्या पुलिस माला पहनाएगी
बहराइच एनकाउंटर के बाद सियासी माहौल गरमा गया है। यूपी पुलिस ने रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपियों में शामिल सरफराज और तालिब का एनकाउंटर किया। सपा और कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जिनमें से 2 घायल हैं। विपक्ष ने एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं जबकि योगी सरकार के मंत्री ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया है।
डिजिटल डेस्क, बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर के बाद सियासी माहौल भी गरमा गया है। यूपी पुलिस ने गुरुवार दोपहर रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपियों में शामिल सरफराज और तालिब का एनकाउंटर किया है। वहीं इसके बाद सपा और कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
मुठभेड़ के बाद बहराइच एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें से 2 पुलिस की गोली से घायल हुए हैं। सरफराज और मोहम्मद तालिब को गोली लगी है। यूपी पुलिस के अनुसार आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे। हिंसा के बाद से बहराइच में स्थिति सामान्य बनी हुई है।
सरकार के काम करने का नया तरीका: अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है।
अखिलेश ने कहा कि अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता, यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां (बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है... यह कहां की न्याय व्यवस्था है?
एनकाउंटर रोज हो रहे हैं: अविनाश पांडे
कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने बहराइच एनकाउंटर पर कहा कि पूरे प्रदेश में इस प्रकार के एनकाउंटर रोज हो रहे हैं। क्या उस एनकाउंटर के पीछे कोई ठोस सबूत है? बहराइच जल रहा है, लोगों के घर लूटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ये नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें और वहां पर शांति स्थापित करें।
बहराइच एनकाउंटर पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "सरकार शुरू से ही फर्जी एनकाउंटर करा रही है। वे सिर्फ अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, योगी सरकार के मंत्री ओपी राजभर ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि जब पुलिस किसी को पकड़ने जाएगी और उनके ऊपर कोई गोलियों की बौछार करेगा, तो क्या पुलिस उसे माला पहनाएगी या उस पर फूलों की वर्षा करेगी? जिंदा या मुर्दा, उन्हें (अपराधियों को) पकड़ना है। अपराध अगर किया है तो जमीन के अंदर रहना पड़ेगा या जेल में, देश-प्रदेश में व्यवस्था रहनी चाहिए।"
प्रशासन घटना के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार: सपा
वहीं, समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि बहराइच में जो हिंसा, आगजनी और लूटपाट की घटनाएं हुई हैं, उसमें पुलिस, प्रशासन और सरकार की पूरी विफलता थी। कई घंटों तक बहराइच में आगजनी होती रही। वहां पुलिस नहीं पहुंची, प्रशासन नहीं पहुंचा और वहां दंगा भड़क गया। इसमें पूर्ण रूप से वहां का पुलिस-प्रशासन दोषी है, जिसे मालूम था कि नवरात्र के बाद लोग वहां जाएंगे। प्रदेश सरकार और वहां का प्रशासन इस घटना के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार हैं।
मूर्ति विसर्जन के दिन विवाद के बाद हत्या
गौरतलब है कि बहराइच के हरदी इलाके के महाराजगंज कस्बे में रविवार 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के लिए यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान दो समुदायों के बीच विवाद पनप गया। तनावपूर्ण माहौल में हिंदू पक्ष के रामगोपाल मिश्रा की हत्या कर दी गई, जिसका आरोप दूसरे पक्ष पर लगा। इस सिलसिले में महराजगंज निवासी अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफाराज, फहीम, राजा उर्फ साहिर खान, रेहुआ मंसूर के ननकऊ व मारूफ अली समेत 10 लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
घटना के बाद बहराइच में दो दिनों तक हिंसा व्याप्त रही। भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों, वाहनों आदि में आग लगा दी, जिसके बाद बहराइच पुलिस ने कई अज्ञात और कुछ नामजद लोगों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज कीं। हिंसक प्रदर्शन के आरोप में पुलिस 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
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