Move to Jagran APP

बहराइच में वन विभाग को छका रही भेड़िए की चालाकी, अब ग्रामीणों ने खुद खोल निकाली मांद; टीम रवाना

बहराइच में भेड़िए का आतंक जारी है। अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 घायल हो चुके हैं। वन विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद भेड़िया पकड़ में नहीं आ रहा है। शुक्रवार को हरि बक्सपुरवा गांव के निकट सर्च ऑपरेशन में भी कोई सफलता नहीं मिली। भेड़िए को पकड़ने के लिए चार थर्मल ड्रोन आठ थर्मोसेंसर कैमरे और चार पिंजरे लगाए गए हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sat, 07 Sep 2024 10:43 AM (IST)
Hero Image
बहराइच में वन विभाग को छका रही भेड़िए की चालाकी
संजय सिंह, महसी (बहराइच)। घाघरा नदी से सटे कछार इलाके गाड़ियों के सायरन से गूंज रहे हैं। अंधेरा होते ही गोले पटाखे के साथ जागते रहो की आवाज चहुंओर सुनाई देने लगती है। भेड़िए की चालाकी के आगे वन विभाग की कोई तरकीब काम नहीं आ रही। नरभक्षी भेड़िया लगातार चकमा दे रहा है। अब तक 10 लोग उसका शिकार बन चुके हैं। 37 लोग घायल हुए। शुक्रवार को हरि बक्सपुरवा गांव के निकट सर्च आपरेशन में कोई सफलता नहीं मिली।

रात के 10:30 बज रहे थे। भेड़िया प्रभावित दरहिया गांव में वन सुरक्षा अधिकारी दीपक सिंह, रेंजर कैसरगंज व दैनिक कर्मियों के साथ घर घर दस्तक देकर लोगों को घरों में रहने की अपील करते नजर आए। उनके साथ कुछ ग्रामीण भी चहलकदमी कर रहे थे। गांव के दूसरे छोर पखाखे की आवाज आ रही थी। 11 बज चुके थे। पचदेवरी गांव के निकट ग्रामीणों का जमावड़ा था।

यहां पर भाजपा जिला प्रतिनिधि अखंड प्रताप सिंह हाथ में लाठी लेकर समर्थकों संग आगे बढ़े। नाले में भरे पानी को पार कर रामदहिन पुरवा पहुंचना चुनौती था। ग्रामीण के ट्रैक्टर पर बैठकर सभी लोग गांव के लिए रवाना हुए। 12:20 बज चुके थे। गंगापुरवा में बीडीओ हेमंत यादव ग्राम सचिव प्रवीण कुमार समेत व कर्मचारियों के साथ भ्रमण कर सुरक्षा की टोह ले रहे थे। फिलहाल अधिकारियों कर्मचारियों के साथ जन प्रतिनिधि भी पहलेदारी करते नजर आ रहे हैं।

पेड़ के नीचे ग्रामीणों को दिखाई पड़ी मांद

भेड़िया प्रभावित  सिंकदरपुर गांव के ग्रामीणों को गांव के पश्चिम स्थित बेलहा-बेहरौली तटबंध के किनारे लगे एक पीपल की जड़ में कई मांद दिखाई दी। यह सूचना मिलते  ही गांव के श्रीकांत, दिलीप दुबे, विजयकांत समेत बड़ी संख्या में लोग लाठी डंडा लेकर मौके पर पहुंच गए। ग्रामीण मांद देख दंग रह रह। ग्रामीणों ने भेड़िए के मांद होने की आशंका जाहिर की है। उन्होंने सूचना वन विभाग को दी।

प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही  वन कर्मियों को मौके पर भेजा गया है। यह बहुत निचला इलाका है। बारिश के मौसम में भेड़िए मांद में नहीं रहते। तटबंध के आसपास वन्य जीव शाही बड़ी संख्या में रहते हैं। फिलहाल सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।

परिजन की लापरवाही पड़ रही भारी

भेड़िए के हमले के दृष्टिगत कछार का इलाका बेहद संवेदनशील माना जाता है। गुरुवार की मध्य रात्रि बीडीओ हेमंत यादव रात्रि में निगरानी पर थे। भेड़िया प्रभावित गंगापुरवा में एक महिला बरामदे में अपने दो बच्चों के सो रही थी। बीडीओ ने महिला को जगाया और बच्चों को कमरे के अंदर सुलवाया। बीडीओ का कहना है कि अपील के बाद भी लोग खुले में सोने से बाज नहीं आ रहे। अपने बच्चों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

काम नहीं आ रही कोई तरकीब

भेड़िए को पकड़ने के लिए चार थर्मल ड्रोन आसमान में उड़ान भर रहे हैं। आठ थर्मोसेंसर कैमरे, चार पिंजरे लगाए गए। मुख्य वन संरक्षक, वन संरक्षक के साथ कई जिलों के डीएफओ, रेंजर, डिप्टी रेंजर, वन दरोगा, सूटर्स, वाचर समेत दैनिक कर्मी खेतों को खंगाल रहे है। भेड़ियों को आकर्षित करने के लिए रंग बिरंगी टेडी डाल भी रखे गए।

गुरुवार को पचदेवरी के निकट लोकेशन मिलने पर पूरे दिन सर्च आपरेशन चलाया गया लेकिन भेड़िया वहां से भाग निकला। शुक्रवार की हरि बक्स पुरवा गांव स्थित कछार में वन कर्मी डेरा डाले रहे। तमाम कोशिशों के बाद भी भेड़िया चक्रव्यूह में नहीं फंस रहा।

भेड़िए को आबादी से दूर रखने की कोशिश

लगातार जारी हमलों पर नियंत्रण के लिए भेड़िए को आबादी से दूर रखने की कोशिश की जा रही है। डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि भेड़िया प्रभावित जोन को तीन सेक्टर में बांटा गया है। उच्च अधिकारियों के नेतृत्व में गांव-गांव निगरानी की जा रही है। यदि भेड़िया आबादी में न घुसने पाए तो घटनाओं पर अंकुश लगेगा। इसके लिए, गाड़ियों के सायरन, लाउड स्पीकर से जागते रहो का शोर से ग्रामीणों को सचेत किया जाता है। प्रतिदिन 400 गोले पटाखे दागे जाते हैं। गांवों में कैंप कर लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया जाता है।

प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच अजीत प्रताप सिंह ने बताया-

पूरी क्षमता से भेड़िए को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। विशेषज्ञों की टीम भी कछार में डेरा जमाए है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।

इसे भी पढ़ें: हरियाणा विधानसभा चुनाव में I.N.D.I.A गठबंधन के साथ या अकेले लड़ेगी सपा? अखिलेश यादव ने बता दिया

इसे भी पढ़ें: सपा में शामिल होंगी अपर्णा यादव! महिला आयोग का अध्यक्ष पद न मिलने से हुईं नाराज

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।