Move to Jagran APP

20 दिनों से कछार के गांवों में था मादा भेड़िए का आंतक, आखिरकार पिंजरे में हुई कैद; ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

Bahraich बहराइच के घाघरा के कछार के गांवों में पिछले 20 दिनों से हिंसक भेड़िए का आतंक था। ये भेड़िया कई लोगों को अपना शिकार बना चुकी थी। 20 दिनों बाद आखिरकार इसे पिंजरे में कैद कर लिया गया है। बुधवार की रात शिकार के चक्कर में कोलैला गांव के पास लगे पिंजरे में मादा भेड़िया अपने शावक संग कैद हो गई।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Thu, 28 Mar 2024 01:38 PM (IST)
Hero Image
20 दिनों से कछार के गांवों में था मादा भेड़िए का आंतक, आखिरकार पिंजरे में हुई कैद
जागरण संवाददाता, बहराइच। बीते 20 दिनों से घाघरा के कछार के गांवों में आतंक का पर्याय बने भेड़िए को पकड़ने में वन विभाग की सफलता हाथ लगी है। बुधवार की रात शिकार के चक्कर में कोलैला गांव के पास लगे पिंजरे में मादा भेड़िया अपने शावक संग कैद हो गई। उसके पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

हिंसक भेड़िया लगातार लोगों पर हमला कर रहा था। लोग दहशत में थे। किसान अपने खेतों की ओर जाने से डर रहे थे। बच्चों का घर से निकलना मुश्किल था। 23 मार्च को हिंसक भेड़िया हरदी थाना के नयापुरवा निवासी शकील के डेढ़ वर्षीय बेटे छोटू को मां की गोद से उठा ले गया। सुबह खेत में उसका क्षत विक्षत शव बरामद हुआ।

लोगों पर हमला कर चुकी है मादा भेड़िया

10 मार्च को मिश्रनपुरवा निवासी दिव्यांग आयशा की गोद में सो रही उसकी तीन वर्षीय बेटी सायरा को भेड़िया उठा ले गया। जिसका अभी तक पता नहीं चल सका। हिंसक भेड़िए के हमले में जगीर गांव निवासी 30 वर्षीय तबस्सुम, औराही के छह वर्षीय राहुल 12 वर्षीय काजल, वर्मापुरवा की 15 वर्षीय ननकई, बंभौरी निवासी 70 वर्षीय हफीजा समेत दस से अधिक लोगों को घायल कर चुका है। वन विभाग ने उसे पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए, ड्रोन से निगरानी शुरू की। मूवमेंट की जानकारी के लिए खेतों में थर्मोसेंसर कैमरे लगाए गए।

नर शावक के साथ पिंजरे में कैद हुई मादा भेड़िया

आखिरकार बुधवार की रात शिकार के चक्कर में मादा भेड़िया अपने एक नर शावक के साथ पिंजरे में कैद हो गई। वन कर्मी उसे रेंज कार्यालय ले गए। वन विभाग के एसडीओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि पकड़े गए मादा भेड़िया व उसके शावक का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है।

निर्देश पर छोड़ा जाएगा शावक

उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है। वाइल्ड लाइफ के वार्डेन के निर्देश पर भेड़िए व उसके शावक को उचित वातावरण में छोड़ा जाएगा। रेंजर मोहम्मद शाकिब ने बताया कि ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा हुआ। लगातार कैंप किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें: Laddu Gopal : 'डॉक्टर साहब, मेरे लड्डू गोपाल को ठीक कर दो, उन्हें चोट लग गई है', मूर्ति हाथ में लेकर फूट-फूटकर रोया युवक

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।