Bahraich Violence: महराजगंज हिंसा में शामिल छह और लोग गिरफ्तार, पुलिस ने भेजा जेल
बहराइच के महसी महाराजगंज में 13 अक्टूबर को हुई हिंसा में शामिल छह और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि हिंसा में शामिल महाराजगंज कस्बा निवासी शकील उर्फ बबलू मोहम्मद इरफान फरहान राजा पुत्र मोहम्मद हबीब तौसीफ राजा व मोहम्मद नूरानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, बहराइच। महसी महाराजगंज में 13 अक्टूबर को हुई हिंसा में रेहुआ मंसूर गांव निवासी राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड में शामिल छह और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा हो गई थी। हिंसा के दौरान रामगांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में शामिल मुख्य आरोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है। थानाध्यक्ष कमल शंकर चतुर्वेदी ने बताया कि हिंसा में शामिल महाराजगंज कस्बा निवासी शकील उर्फ बबलू, मोहम्मद इरफान, फरहान राजा पुत्र , मोहम्मद हबीब , तौसीफ राजा व मोहम्मद नूरानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
रामगोपाल के स्वजन को सौंपा 78100 का आर्थिक सहयोग
संवाद सूत्र, महसी (बहराइच)। बीते 13 अक्टूबर को महराजगंज में मूर्ति विसर्जन यात्रा के दौरान हुए बवाल में मृतक रामगोपाल मिश्र के परिवारजन से रविवार को रिटायर्ड उपनिरीक्षक समूह ने मुलाकात की। परिवार को 78100 रुपये की आर्थिक मदद सौंपी।वर्ष 1997-98 में रिटायर्ड हुए सब इंस्पेक्टर समूह का एक प्रतिनिधिमंडल दिलीप कुमार सिंह के नेतृत्व में लखनऊ से रामगांव थाना के रेहुआ मंसूर गांव पहुंचा। महराजगंज बवाल में मारे गए रामगोपाल के परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी। रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर संगठन की ओर से एकत्र धनराशि पीड़ित पिता कैलाश नाथ मिश्र को सौंपा। कहा कि संगठन पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है। इस दौरान सुघेनंद्र सिंह, उमेश सिंह, सुधीर सिंह, नीलम सिंह, संतोष कुमार, माधवदीन मिश्र, मोनू शुक्ल, ज्ञानी बाबा आदि लोग मौजूद रहे।
अपनी मांग को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे शिक्षक
जागरण संवाददाता, बहराइच। अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर लखनऊ में माध्यमिक शिक्षक संघ धरना-प्रदर्शन करेंगा। प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बहराइच के शिक्षक भी लखनऊ जाएंगे। 13 नवंबर को शिविर कार्यालय शिक्षा निदेशक पर प्रदर्शन होगा।संघ के जिलामंत्री भीखूराम भारती ने बताया कि शिक्षकों ने मांग किया है कि प्रधानाचार्यों की पदोन्नति व शिक्षकों की सेवा सुरक्षा संबंधी व्यवस्था को उप्र शिक्षा सेवा अधिनियम 2023 में पुनर्स्थापित किया जाए। पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल किया जाए। शिक्षकों का विनियमतीकरण करते हुए उनका वेतन तत्काल भुगतान किया जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य कर्मियों की भांति शिक्षकों के कैशलेश चिकित्सा सुविधा प्रदान किया जाए। एक अप्रैल 2014 के पश्चात नियुक्त शिक्षकों को सामूहिक जीवन बीमा से आच्छादित किया जाए। जिलाध्यक्ष रवींद्र सिंह ने कहा कि सिटीजन चार्टर को लागू कर अविलंब भ्रष्टाचार का समाप्त किया जाए। उन्होंने बताया कि मांग पूरी न होेने पर बड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी।
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