बैंक खातों से रुपये उड़ाने वाले साइबर अपराधी गिरफ्तार
केवाईसी बदलने के नाम पर उपभोक्ताओें को लगाते थे चूना मुकदमा दर्ज बिहार व देवरिया के आरोपित भेजे गए जेल
By JagranEdited By: Updated: Mon, 20 Sep 2021 10:44 PM (IST)
बहराइच : दो माह पूर्व विशेश्वरगंज निवासी विनय जायसवाल के खाते से साइबर अपराधियों ने पांच हजार रुपये निकाल लिए थे। पीड़ित की तहरीर पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने साइबर सेल से संपर्क किया। साइबर सेल प्रभारी निखिल श्रीवास्तव ने मामले की जांच की तो पता चला कि बिहार व देवरिया में बैठे अपराधियों ने खाते से पैसे उड़ाए हैं।
पुलिस टीम ने बिहार के पूर्णिया जिले के थाना मुफलिसरानी पतरा के मटियानी रजवाड़ा निवासी जयकुमार साहू व देवरिया जिले के कोतवाली नगर बांसपार बेंदा निवासी देवव्रत यादव को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से तीन मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव, फर्जी आधार कार्ड व अन्य सामान बरामद किया गया। इस तरह करते थे अपराध साइबर सेल प्रभारी ने बताया कि देवव्रत यादव व जयकुमार साह मिलकर सीएसपी केंद्रों के नंबरों को गूगल पर सर्च कर मैसेज से लिक भेज कर केवाईसी अपडेट कराने व बीसी एक्टिवेशन के नाम पर खाता एवं आधार कार्ड का विवरण अंगूठे के निशान सहित फार्म भराकर अपलोड कराते थे, जिससे उनका बैंक डिटेल व अंगूठे का निशान आदि विवरण आसानी से उपलब्ध हो जाता था। उसके बाद नकली अंगूठे के निशान की छाप व आधार कार्ड का क्लोन तैयार कर लोगों के बैंक खाते से रुपये निकाल लेते थे।
गिरफ्तारी टीम में शामिल साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी में साइबर सेल प्रभारी इंस्पेक्टर निखिल कुमार श्रीवास्तव, एसआइ चंद्रमोहन सिंह, सौरभ सिंह, आरक्षी प्रदीप गंगवार, रचित यादवेंद्र, एसओ वीरेंद्र सिंह, एसएसआइ कैसर खां, पंकज यादव व विनोद कुमार शामिल रहे। चोरी कर भाग रहे आरोपित को ग्रामीणों ने पकड़ा : रामगांव के ओदहा गांव में बकरी चुराकर भाग रहे आरोपित को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। थानाध्यक्ष अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि हरदी के महाराजगंज निवासी आसिफ को बकरी चुराते हुए ग्रामीणों ने घेराबंदी कर धान के खेत से पकड़ लिया। एसओ ने बताया कि आरोपित गांव निवासी बुधराम की बकरी चुराकर भाग रहा था। मुकदमा दर्ज कर आरोपित को न्यायालय भेज दिया गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।