सीएम योगी ने कहा कि बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उपद्रवियों की पहचान कर कठोरतम कार्रवाई करें। सीएम योगी ने कहा कि जारी रहे प्रतिमा विसर्जन साथ ही उन्होंने कहा कि धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से प्रतिमा विसर्जन कराया जाए तथा इलाके में अधिकारी मौजूद रहें।
जागरण संवाददाता, बहराइच। हरदी इलाके के महाराजगंज कस्बे में रविवार को मूर्ति विसर्जन जुलूस पर मुस्लिम युवकों ने पथराव कर दिया। श्रद्धालुओं के विरोध करने पर फायरिंग शुरू कर दी। इसमें जुलूस में शामिल एक श्रद्धालु की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि 15 से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। मौके पर आगजनी, तोड़फोड़ व पथराव भी किया गया।
पूरे जिले में रोका गया विसर्जन जुलूस
मामले की जानकारी मिलते ही पूरे जिले में जगह-जगह विसर्जन जुलूस को रोक दिया गया। शहर में मेडिकल कालेज के सामने मृतक के शव को रखकर ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। मौके पर कई थानों की पुलिस व पीएसी तैनात है। डीएम-एसपी समेत कई आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
सीएम योगी बोले- माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं
सीएम योगी ने कहा कि बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उपद्रवियों की पहचान कर कठोरतम कार्रवाई करें। सीएम योगी ने कहा कि जारी रहे प्रतिमा विसर्जन साथ ही उन्होंने कहा कि धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय से कराएं प्रतिमा विसर्जन। सीएम ने कहा कि सभी को सुरक्षा की गारंटी हम देते हैं। उन्होंने शासन और पुलिस के अधिकारी को मौके पर उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
फायरिंग में एक युवक की मौत
हरदी थाना के महाराजगंज कस्बा में विसर्जन जुलूस पहुंचने के दौरान जब अब्दुल हमीद के घर के सामने से जुलूस निकल रहा था तो लोग जयकारा लगा रहे थे। इस दौरान मूर्तियों पर पथराव किया गया। विरोध करने पर उपद्रवियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसमें रामगांव थाना के रेहुआ मंसूर गांव निवासी 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र गंभीर रूप से घायल हो गए।
आनन-फानन में उन्हें मेडिकल कालेज लाया गया। यहां उनकी मौत हो गई। घटना के दौरान रेहुआ मंसूर निवासी राजन, तिवारीपुरवा निवासी सुधाकर, सिपहिया प्यूली निवासी दिव्यांग सत्यवान व अखिलेश वाजपेयी समेत 15 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद महाराजगंज में माहौल तनावपूर्ण हो गया।
विरोध में आगजनी और तोड़फोड़
घटना के विरोध में आगजनी, तोड़फोड़ शुरू हो गया। उपद्रवियों को काबू करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा। पूरे मामले की जानकारी जैसे ही इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई, इसके बाद जिले में जगह-जगह प्रतिमा विसर्जन जुलूस को रोक दिया गया। शहर के मेडिकल कालेज में युवक की मौत के बाद लोगों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अस्पताल चौराहे पर भी जुलूस रोक कर श्रद्धालु कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़ गए।
सीतापुर-बहराइच हाईवे पर चहलारीघाट पर विसर्जित होने वाली प्रतिमाओं को रोक दिया गया। ग्रामीणों ने बहराइच-सीतापुर हाईवे पर भी जाम लगा दिया। फखरपुर थाना क्षेत्र में भी बहराइच-लखनऊ हाईवे पर विसर्जन जुलूस रोक दिया गया, जिससे हाईवे के दोनों ओर कई किलोमीटर वाहनों की लंबी कतार लग गई।समाचार लिखे जाने तक घटना को लेकर पूरे जिले में माहौल तनावपूर्ण है। पूरे मामले में डीएम, एसपी, एएसपी ग्रामीण, देवीपाटन मंडल के डीआइजी व एडीजी को फोन व वाट्सएप पर मैसेज कर पक्ष जानने का प्रयास किया किया, लेकिन अधिकारियों की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।
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