बहराइच में जारी है भेड़िए का आतंक, खूंखार जानवर ने एक और महिला को किया घायल; किसानों को हो रहा है नुकसान
बहराइच में भेड़ियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार देर रात खैरीघाट क्षेत्र में एक महिला पर भेड़िए ने हमला कर दिया। उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीण दहशत में हैं। चार महीने में भेड़ियों के हमलों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 लोग घायल हुए हैं।
जागरण संवाददाता, बहराइच। पांच साथियों के पकड़े जाने के बावजूद भेड़िए के हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार देर रात खैरीघाट क्षेत्र में बरामदे में सो रही एक महिला पर भेड़िए ने हमला कर दिया। उसे मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है। लगातार हो रहे हमले से ग्रामीण दहशत में हैं और झुंड का सरदार लगातार वन विभाग की टीम को छका रहा है।
चार माह में भेड़ियों के हमलों में अब तक 10 लोग अपनी जान गवां चुके हैं, जबकि 40 लोग घायल हुए हैं। बुधवार देर रात में ही रायबोझा में चार वर्षीय बालक पर भी हमले की बात सामने आई, लेकिन चकिया रेंजर अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि भेड़िए के हमले की पुष्टि नहीं हुई है। पगचिह्न नहीं पाए गए हैं। कोरियनपुरवा गांव में 50 वर्षीय पुष्पा देवी बरामदे में लेटी थी।
देर रात भेड़िया दबे पांव पहुंचा और महिला की गर्दन दबोच ली। चीख सुनकर परिवारजन दौड़े तो भेड़िया भाग निकला। सूचना पाकर वन व पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की है। मंगलवार की देर रात भी भेडिए ने दो बालिकाओं पर हमला कर घायल कर दिया था।
लगातार हो रहे इन हमलों के कारण किसान खेतों को जाने से डर रहे हैं। कछार में गन्ना आमदनी का मुख्य जरिया है। तेज हवा से गन्ने की फसल गिरने लगती है, जिसे बांधने के लिए खेतों में जाना पड़ता है। गन्ना, मक्का, धान की लहलहाती फसल बर्बाद हो रही है। गन्ने की बंधाई, मक्का एवं धान की फसल की निराई नहीं हो पा रही है। इससे उत्पादन प्रभावित होने की आशंका किसानों को सताने लगी है।
डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि पगचिह्न संकलित कर विशेषज्ञ के पास भेजा गया है। परीक्षण के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि हमलावर भेड़िया है या कोई अन्य जानवर है। भेड़िए को पकड़ने के लिए लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है, जल्द ही वह हमारी पकड़ में होगा।