UP के बाशिंदों को अब नहीं होगी पानी की किल्लत, बिना सड़क तोड़े बिछेगी पाइप लाइन; होगा 300 टंकियों का निर्माण
UP News उत्तर प्रदेश में जल संकट से निपटने के लिए सरकार हर घर जल योजना के तहत 4.37 लाख परिवारों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की योजना बना रही है। इसके लिए 300 नई पानी टंकियों का निर्माण किया जाएगा और पाइपलाइन बिछाने के तरीकों में भी बदलाव किया गया है। अब ओरिएंटल ड्रेजिंग ड्राइविंग मशीन का उपयोग करके पाइपलाइन बिछाई जाएगी जिससे सड़कों को कम नुकसान होगा।
जागरण संवाददाता, बलिया । UP News: जल जीवन मिशन के तहत जिले में 4.37 लाख परिवार को हर घर जल योजना से जोड़ने की कवायद चल रही है। इसके लिए 300 नई पानी टंकियों का निर्माण होगा। टंकियों की क्षमता के अनुसार एक टंकी पर 20 से 80 लाख खर्च किया जा रहा है।
पाइप लाइन बिछाने के तरीकों में भी बदलाव किया गया है। पाइप लाइन बिछाने के क्रम में अब सड़कों को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके लिए अब ओरिएंटल ड्रेजिंग ड्राइविंग मशीन का प्रयोग किया जाएगा। जिले में 25 मशीनें आ चुकी हैं। अब तक जहां पाइप लाइन नहीं बिछी है, अब नई तकनीक से ही पाइप बिछाई जाएगी।
70 प्रतिशत सड़कों को कराया ठीक
पहले हुए कार्य में क्षतिग्रस्त सड़कों को भी सितंबर माह के अंत तक हर हाल में ठीक कराने के निर्देश शासन से दिए गए हैं। विभाग का दावा है कि अभी तक 70 प्रतिशत सड़कों को ठीक करा दिया गया है, लेकिन अभी हर गांव में टूटी सड़कों का कार्य अधूरा पड़ा है। यह परियोजना 3400 करोड़ की है। गंगा और सरयू का पानी शुद्ध करने के लिए तीन स्थानों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं। जलापूर्ति के लिए 16000 किलोमीटर में पाइप लाइन बिछाने का कार्य किया जाना है।मार्च 2025 तक कार्य पूर्ण होना नहीं संभव
जल निगम को मार्च 2025 तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन अभी अधिकांश गांवों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है। कई स्थानों पर पानी टंकी के लिए खोदाई की गई है, लेकिन बरसात का मौसम होने के चलते खोदाई वाले स्थान पर नीचे से पानी निकल आया है।इसके चलते कार्य नहीं हो पा रहा है। अब अक्टूबर के बाद ही पानी टंकियों के निर्माण का कार्य हो पाएगा। मोटी पाइप लाइन का कार्य भी अभी तक अधूरा है। ऐसे में समय सीमा के अंदर कार्य पूर्ण होना संभव नहीं है।
जल जीवन मिशन के तहत कार्य प्रगति पर है। अब पाइप बिछाने के लिए 25 ओरिएंटल ड्रेजिंग ड्राइविंग मशीन आ गई हैं। पानी टंकियों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। तीन स्थानों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य भी प्रगति पर है। 70 प्रतिशत टूटी सड़कों की मरम्मत हो गई है। सितंबर के अंत तक यह कार्य भी पूर्ण कर लिया जाएगा। - मुकीम अहमद, अधिशासी अभियंता, जल निगम, बलिया