Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

रेलवे विस्तार के मामले में बलिया काफी पीछे

जिले में रेलवे का अपेक्षित विस्तार अब तक नहीं हो सका है। जबकि यह स्थल महर्षि भृगु की धरती है यहां दूर-दराज के लोग भी उनके दर्शन के लिए आते हैं। यहां से वाराणसी जाने के लिए बहुत ही कम ट्रेनें हैं। जिससे लोगो को कई तरह की समस्याओं से गुजरना होता हैं। ट्रेनों के ठहराव में भी यहां के लोगो की अनदेखी की गई है। पास में स्टेशन होने के बावजूद लोगों को लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए घर से 40 या 50 किमी दूर तक जाना पड़ता है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 02 Jul 2019 06:42 PM (IST)
Hero Image
रेलवे विस्तार के मामले में बलिया काफी पीछे

जागरण संवाददाता, बलिया : जिले में रेलवे का अपेक्षित विस्तार अब तक नहीं हो सका है, जबकि यह स्थल महर्षि भृगु की धरती है, यहां दूर-दराज के लोग भी उनके दर्शन के लिए आते हैं। यहां से वाराणसी जाने के लिए बहुत ही कम ट्रेनें हैं। जिससे लोगों को कई तरह की समस्याओं से गुजरना होता हैं। ट्रेनों के ठहराव में भी यहां के लोगों की अनदेखी की गई है। पास में स्टेशन होने के बावजूद लोगों को लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए घर से 40 या 50 किमी दूर तक जाना पड़ता है।

किसी भी सरकार में यहां के लोगों के लिए रेल सुविधाओं पर विशेष ध्यान नहीं दिया गया है। जिसके कारण व्यापारी से लेकर छात्रों तक को काफी परेशान होना पड़ता है। जिले के छोटे स्टेशनों पर तो रात में अंधेरा ही पसरा रहता है। मॉडल बलिया जो प्रतिदिन छह से सात लाख की आय देता है उसके अनुपात में इसे भी सुविधाएं नहीं दी गई हैं। समय के साथ सर्कुलेटिग एरिया का विस्तार जरूरी है। जिले में रोजगार की कोई विशेष सुविधा नहीं होने से जिले से अधिकांश लोग बाहर जाकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्हें आवागमन में काफी परेशानी होती हैं। महानगरों को जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों को प्रतिदिन चलाया जाए तो उन्हें काफी सहूलियत मिल सकती है। कई ट्रेनों को गाजीपुर से चलाया जा रहा अगर उनको छपरा या बलिया से चलाया जाए तो बेहतर होगा। इलेक्ट्रिक लाइन होने के बाद कुछ ही ट्रेनों को इलेक्ट्रिक इंजन से चलाया जा रहा है। मॉडल स्टेशन पर भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि रेलवे सुविधाओं के विस्तार के मामले में बलिया सबसे पीछे खड़ा है। समस्याएं

-वाराणसी से पकड़नी पड़ती हैं अधिकतर एक्सप्रेस ट्रेनें।

-व्यापारी, नौकरी पेशा और छात्रों को होती हैं ज्यादा समस्या।

-दोपहर में नहीं है वाराणसी के लिए कोई ट्रेन।

-लोकल स्टेशनों की दशा बहुत ही खराब। संभावनाएं

-एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या बढ़ जाने से व्यापार वाले लोगों को राहत मिलेगी।

-दोपहर में वाराणसी के लिए ट्रेन होने से रोगी आराम से वाराणसी पहुंच सकेंगे।

-पढ़ाई करने वाले छात्रों को आवागमन के लिए पैसेंजर ट्रेनें भी बढ़ाने की आवश्यकता है।

-स्टेशन के विकास हो जाए तो यहां के यात्री भी राहत महसूस करेंगे। अपेक्षाएं

-बलिया से वाराणसी के लिए दोपहर में ट्रेनें चलाई जाए।

-साप्ताहिक ट्रेनों को प्रतिदिन किया जाए।

-स्टेशन के सर्कुलेटिग एरिया का विस्तार किया जाए।

-गाजीपुर से लंबी दूरी की ट्रेनों को बलिया से चलाया जाए।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें