सरयू नदी की बाढ़ ने राष्ट्रीय राजमार्ग-31 को करीब सौ मीटर तक बहा दिया है जिससे 4000 लोगों की आबादी बाढ़ के पानी से घिर गई है। एनडीआरएफ की टीम ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है। प्रशासन का दावा है कि 24 घंटे के अंदर यातायात बहाल कर दिया जाएगा। हाइवे के बहने से बाढ़ से घिरी 4000 की आबादी को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, बलिया।
सरयू की बाढ़ के प्रवाह में बुधवार रात लगभग सौ मीटर कटे राष्ट्रीय राजमार्ग-31 का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। फिलहाल उप्र-बिहार का संपर्क टूटा हुआ है और बलिया-छपरा राजमार्ग पर आवागमन पूरी तरह बंद है।
प्रशासन का दावा था कि 24 घंटे के अंदर यातायात बहाल कर दिया जाएगा। हालांकि अभी तक 50 प्रतिशत कार्य ही पूर्ण हो सका है। काम में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त इंजीनियर और श्रमिक लगाए गए हैं। शनिवार से राजमार्ग पर वाहनों के परिचालन की संभावना है।
हाइवे के बहने से बाढ़ से घिर गई 4000 की आबादी
चांददियर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के बहने से चार हजार की आबादी बाढ़ के पानी से घिर गई थी। एनडीआरएफ की टीम ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। अब भी 500 से अधिक लोग अपने घरों की छत पर रह रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की टीम सड़क निर्माण में जुटी है। 10 इंजीनियरों के साथ बड़ी संख्या में मजदूर लगाए गए हैं।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के 15 हाइवा, दुबे छपरा गांव के पास रखे बोल्डर, बालू सहित अन्य सामग्रियों का उपयोग निर्माण कार्य में किया जा रहा है। नदी में बहाव नहीं होने से निर्माण कार्य में कोई अड़चन नहीं है।
रात में यातायात बहाल कर देने का भरोसा
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के हस्तक्षेप के बाद सिंचाई विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को बोल्डर उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने बताया कि परियोजना प्रबंधक ने रात में यातायात बहाल कर देने की भरोसा जताया है। एजेंसी के सहयोग में लोक निर्माण विभाग के निर्माण खंड को भी लगाया गया है। रात में नहीं तो सुबह तक आवागमन अवश्य शुरू हो जाएगा।
जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हाईवे के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। इस रूट से प्रतिदिन पांच हजार से अधिक वाहनों का आवागमन होता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की पूरी टीम हाईवे के निर्माण में जुटी है। देर रात तक यातायात बहाल होने की उम्मीद है। राजमार्ग टूटने का कारण गंगा और सरयू नदी में आए बाढ़ के कारण पानी का बढ़ा दबाव है।
- एसपी पाठक, परियोजना प्रबंधक, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
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