Student Scholarships उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में छात्रवृत्ति पाने के लिए अब विद्यार्थियों को स्कूल में बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी। शासन के निर्देश पर समाज कल्याण विभाग की ओर से कॉलेज प्राचार्यों को नोडल बनाकर फिंगर प्रिंट लिए जा रहे हैं। समाज कल्याण विभाग की ओर से फिंगर प्रिंट लगवाए जा रहे हैं। प्रक्रिया पूरी होने के बाद कॉलेज में विद्यार्थियों की बायोमेट्रिक हाजिरी लगवाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, बलिया । Student Scholarships: उत्तर प्रदेश के छात्रों को छात्रवृत्ति पाने के लिए अब नए नियम का पालन करना होगा। विद्यार्थियों को अगर छात्रवृत्ति चाहिए तो उन्हें स्कूल में बायोमिट्रिक हाजिरी लगानी होगी। शासन के दिशा निर्देश के बाद कालेज प्राचार्यों को नोडल बनाकर समाज कल्याण विभाग की ओर से फिंगर प्रिंट लगवाए जा रहे हैं।
राज्य में छात्रवृत्ति 2024-2025 के लिए अधिसूचना जारी की
प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद वह विद्यार्थियों की बायोमिट्रिक हाजिरी कालेज में लगवाई जाएगी। इस योजना के अंतर्गत प्री-मैट्रिक (9वीं और 10वीं कक्षा) और पोस्ट-मैट्रिक (11वीं, 12वीं और स्नातक स्तर) स्कालरशिप शामिल हैं। उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग ने राज्य में छात्रवृत्ति 2024-2025 के लिए अधिसूचना जारी की है।
यह भी पढ़ें-IPL Auction के लिए चुने गए उत्तराखंड के आठ क्रिकेटर, पढ़ें कौन हैं ये धुरंधर?
अभी तक बिना बायोमिट्रिक हाजिरी के मिलती थी हाजिरी
विद्यालयों में अभी तक बिना बायोमिट्रिक हाजिरी के ही विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिलती रही है, लेकिन उसमें कई तरह के फर्जीवाड़ा के केस भी सामने आए हैं। उसे रोकने के लिए विद्यालयों में बायोमिट्रिक हाजिरी लगाने के लिए शासन ने आदेश जारी किए हैं। इसकी जिम्मेदारी समाज कल्याण विभाग को सौंपी गई है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया
जिले पर जिला समाज कल्याण अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है और विद्यालयों में प्राचार्य व प्रधानाचार्य इसके नोडल होंगे। बायोमिट्रिक हाजिरी लगाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। कालेजों के प्राचार्यों को कार्यालय में बुलाकर उनकी बायोमिट्रिक हाजिरी लगवाई जाएगी।
70 प्रतिशत बायोमिट्रिक हाजिरी अनिवार्य
इसके बाद प्राचार्य कालेजों में विद्यार्थियों की बायोमिट्रिक हाजिरी लगवाएंगे। कालेजों में यदि विद्यार्थियों की 70 प्रतिशत बायोमिट्रिक हाजिरी होगी तभी उन्हें छात्रवृत्ति के लिए पात्र माना जाएगा।
बायोमिट्रिक हाजिरी कम होगी तो छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी
इसके बाद ही उन्हें छात्रवृत्ति दी जाएगी। यदि किसी भी विद्यार्थी की बायोमिट्रिक हाजिरी कम होगी तो उसे छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी और उसका नाम सूची से हटा दिया जाएगा।
की जा रही बायोमिट्रिक हाजिरी दर्ज कराने की व्यवस्था
विद्यालयों में बायोमिट्रिक हाजिरी दर्ज कराने की व्यवस्था की जा रही है। प्राचार्य व प्रधानाचार्यों को भी इसका नोडल बनाया गया है। विद्यार्थियों की 70 प्रतिशत बायोमिट्रिक हाजिरी होगी तभी उसे छात्रवृत्ति के लिए पात्र माना जाएगा।
- दीपक श्रीवास्तव, जिला समाज कल्याण अधिकारी
यह भी पढ़ें- Uttarakhand: चारपाई से उठने के लिए कहा तो मकान मालकिन ने खोया आपा, 10-12 लोगों संग मिलकर किराएदार को धुन डाला
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।