मांझी में ठप पड़ा नए रेल पुल का निर्माण
जागरण संवाददाता बैरिया (बलिया) छपरा-बलिया रेलखंड पर मांझी-बकुल्हां रेलवे स्टेशनों के
जागरण संवाददाता, बैरिया (बलिया) : छपरा-बलिया रेलखंड पर मांझी-बकुल्हां रेलवे स्टेशनों के बीच सरयू नदी पर निर्माणाधीन नए रेल पुल का कार्य काफी दिनों से बंद है। इसके चलते छपरा-वाराणसी रेलमार्ग के दोहरीकरण में विलंब होने की आशंका बढ़ गई है।
मई 2020 तक दोहरीकरण का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रेलवे ने निश्चित किया था। रेलपुल के निर्माण कार्य में देरी के कारण रेलवे ने मार्च 2021 तक दोहरीकरण का कार्य पूरा करा लेने का लक्ष्य निर्धारित किया है कितु मांझी रेलपुल का निर्माण कार्य ठप हो जाने के कारण क्षेत्रीय लोगों ने निर्धारित समय सीमा में दोहरीकरण का कार्य पूरा होने में संदेह जताया है। पुल के निर्माण स्थल पर रेलवे का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मौजूद नहीं रहता, जो बता सके कि रेलवे पुल का निर्माण कार्य काफी दिनों से क्यों रुका हुआ है।
अलबत्ता ठीकेदार के मुंशी मजदूर यह कहते सुने जा रहे हैं कि बिहार साइड के रेल पुल का दो पाया टेढ़ा हो गया है जिसके चलते आगे का कार्य रोक दिया गया है। नदी में पानी कम होने पर इंजीनियर मौके पर आकर देखेंगे कि यही पाए ठीक हो जाएंगे अन्यथा इसे गिरा कर दूसरा पाया बनाना पड़ेगा। मांझी के निर्माणाधीन रेलपुल के संदर्भ में छपरा या बलिया का कोई रेल अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहा है। अनौपचारिक रूप से इतना कहा कि इस संदर्भ में कोई भी जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर के रेल पुल अनुभाग में संपर्क करने पर मिल सकता है।
दूसरी तरफ 151 वर्ष पुराने रेलपुल पर राजधानी एक्सप्रेस जैसी गाड़ियां दौड़ रही हैं जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है। पुराना रेलपुल अंग्रेजों ने छोटी लाइन की ट्रेनों के लिए बनवाई थी। 1991 से इसी पुराने रेलपुल पर बड़ी लाइन की गाड़ियां चलने लगीं, बाद में राजधानी एक्सप्रेस जैसी सुपरफास्ट ट्रेन को भी इसी रेलपुल से दौड़ा दिया गया। देखना है नया रेलपुल व दोहरीकरण कार्य को रेलवे तत्परता से कब पूरा कराता है।