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Power Cut: 21 घंटे आपूर्ति के निर्देश के बावजूद नहीं रुक रही बिजली कटौती, 100 से अधिक घरों के लोगों का छीना सुकून

बलिया में विद्युत आपूर्ति बाधित होने से आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। चाहे खेती-किसानी हो या बच्चों की पढ़ाई महिलाओं का घरेलू काम-काज आदि सभी कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं। बूढ़े छोटे बच्चों की समस्या और बढ़ गई है। प्रदेश सरकार द्वारा शहरी व नगर पंचायतों में 21 घंटे विद्युत आपूर्ति के निर्देश के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों के शेड्यूल के अनुसार 18 घंटे आपूर्ति की जा रही है।

By Ranjana Singh Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 17 Aug 2024 05:39 PM (IST)
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भीषण गर्मी में बिजली कटौती से जनता बेहाल

जागरण संवाददाता, बलिया। जनपद में नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हो रही विद्युत कटौती से उपभोक्ता आजिज आ गए हैं। उमस भरी भीषण गर्मी में लोगों को एक-एक पल बिताना कठिन हो गया है। विद्युत आपूर्ति बाधित होने से आवश्यक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। चाहे खेती-किसानी हो या बच्चों की पढ़ाई, महिलाओं का घरेलू काम-काज आदि सभी कार्यों में व्यवधान उत्पन्न हो रहा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति और बदतर हो गई है। ट्रिपिंग, लो वोल्टेज के कारण उमस के बीच लोगों को घुट-घुट कर समय काटना मुश्किल हो गया है। बूढ़े, छोटे बच्चों की समस्या और बढ़ गई है। बिजली पर आधारित उद्योग धंधे भी प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है।

बिजली कटौती से रातभर परेशान रहे लोग

शुक्रवार की पूरी रात बिजली गायब रही। ग्रामीण जन विद्युत के इंतजार में रात जागते रहे। स्थानीय फीडर से लगभग 30 से भी अधिक ग्राम सभाओं को विद्युत की आपूर्ति की जाती है। फीडर पर तैनात कर्मचारी से उपभोक्ता जब बात करना चाह रहे थे तो उनका स्विच ऑफ था। ऐसे में कटौती का कारण भी पता नहीं चला और लोग रात भर बिलबिलाते रहे। बिना विद्युत के कोई भी संसाधन नहीं चल पाते।

नगरा में विद्युत दुर्व्यवस्था से उपभोक्ता परेशान हैं। विद्युत उपकेंद्र नगरा, सलेमपुर व जाम पर सप्लाई रहने पर भी क्षेत्रीय फीडरों को जेई व एसडीओ बंद करा दे रहे हैं। लोग गर्मी से परेशान हैं।

नगर पंचायत नगरा में बमुश्किल 12-13 घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है, वहीं ग्राम्यांचल में 8-10 घंटे बिजली टुकड़ों में मिल रही है। परेशान उपभोक्ता समझ नहीं पा रहे हैं कि विद्युत समस्या से निजात कैसे मिले।

विद्युत आपूर्ति बाधित, लोगों में आक्रोश पकवाइनार

बेहाल कर देने वाली उमस भरी गर्मी में सराय भारती विद्युत उपकेंद्र के लापरवाह लाइनमैनों की वजह से शुक्रवार को दोपहर से अधिकांश गांवों की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

एक माह से विद्युत व्यवस्था लड़खड़ाई हुई है लेकिन सप्ताह भर से स्थिति यह है कि गांवों को अठारह घंटे बिजली देने के रोस्टर में पांच से छह घंटे भी मिल पाना मुश्किल हो गया है।

तेज धूप व उमस भरी गर्मी होने से बिजली की मांग बढ़ी तो विभाग आपूर्ति में बौना साबित हो रहा है। गांवों में लोगों के निजी एवं सरकारी नलकूप जलापूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। धान की फसलें सूख रही हैं। लोगों ने विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है।

ट्रिपिंग व लो वोल्टेज से उपभोक्ताओं में रोष

प्रदेश सरकार द्वारा शहरी व नगर पंचायतों में 21 घंटे विद्युत आपूर्ति के निर्देश के बावजूद रेवती नगर में ग्रामीण क्षेत्रों के शेड्यूल के अनुसार 18 घंटे आपूर्ति की जा रही है। जबकि बिल शहरी शेड्यूल के अनुसार वसूला जा रहा है।

विद्युत आपूर्ति की स्थिति यह है कि दिन भर ट्रिपिंग व लो वोल्टेज से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालत यह हो गई है कि सिलिंग फैन चल रहा है तो हवा नहीं लग रही है। सैकड़ों घरो में पंप लगे हैं टंकी में पानी नहीं चढ़ पा रहा है।

विडंबना यह है कि एक दो दिन के अंतराल पर किसी न किसी मोहल्ले का ट्रांसफार्मर जल जा रहा है। ऐसे में लोगों को उमस में काफी फजीहत झेलनी पड़ रही है।

ट्रांसफार्मर जलने से कई घरों में पसरा अंधेरा

विद्युत उपकेंद्र रतसर क्षेत्र के पूर्वी फीडर के ग्राम सभा जनऊपुर में शुक्रवार को सुबह ट्रांसफार्मर के फुंक जाने के कारण गांव में विद्युत आपूर्ति ठप है। 100 से अधिक घरों में बिजली नहीं आने से गर्मी में लोग परेशान हो रहे हैं। जनऊपुर की आबादी चार हजार के लगभग है। गांव में चार ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। उनमें सबसे बड़ा ट्रांसफार्मर 100 केवीए का है बाकी 10 केवीए के हैं। अब 100 केवीए का ट्रांसफार्मर फुंक गया है।

24 घंटे बीत जाने के बाद भी ट्रांसफार्मर बदला नहीं जा सका है। ओवरलोड के चलते बार बार ट्रांसफार्मर जल जाने की शिकायत विभाग में की गई थी। विगत 3 माह पूर्व 250 केवीए का ट्रांसफार्मर स्वीकृत होकर आ भी गया।

ग्रामीणों ने जेई व विभाग से 100 केवीए की जगह 250 केवीए का ट्रांसफार्मर बदलने के लिए उपकेंद्र पर प्रदर्शन भी किया लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते 250 केवीए का ट्रांसफार्मर नहीं लगाया जा सका। अवर अभियंता सत्यम गोंड ने कहा कि इस बार 250 केवीए का ट्रांसफार्मर जल्द ही लगा दिया जाएगा।

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