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बलिया में बाढ़ के समय नदियों में विलीन विद्यालयों के पुनर्निर्माण के लिए महानिदेशक ने तलब किया रिपोर्ट

बलिया गंगा व सरयू नदियों के कटान में विलीन हुए एक दर्जन परिषदीय विद्यालयों के संबंध में महानिदेशक प्राथमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश विजय किरण आनंद ने मातहतों से रिपोर्ट तलब किया है। पूछा है यह विद्यालय दोबारा क्यों नहीं बना।

By Vidyabhushan ChaubeyEdited By: Saurabh ChakravartyUpdated: Mon, 21 Nov 2022 09:57 PM (IST)
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बलिया, बेल्थरारोड में उभांव गांव में खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करते प्राथमिक विद्यालय के छात्र।   
जागरण संवाददाता, बलिया : गंगा व सरयू नदियों के कटान में विलीन हुए एक दर्जन परिषदीय विद्यालयों के संबंध में महानिदेशक प्राथमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश विजय किरण आनंद ने मातहतों से रिपोर्ट तलब किया है। पूछा है यह विद्यालय दोबारा क्यों नहीं बना।

बैरिया के प्राथमिक विद्यालय गंगापुर, गंगोली, उदई छपरा श्रीनगर व उच्च प्राथमिक विद्यालय सूघर छपरा, बेलहरी विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय चौबे छपरा, उच्च प्राथमिक विद्यालय गंगापुर, गंगा के कटान में विलीन हो गए थे। वहीं मुरली छपरा विकासखंड के इब्राहिमाबाद नवबरार ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय नवकाटोला, रेवती विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय रामपुर पूर्वी, शिवपुर, रामपुर पश्चिमी तथा माझा सरजू नदी के कटान में विलीन हो चुके हैं। कुल 11 परिषदीय विद्यालय विभिन्न चार विद्यालयों में संलग्न कर संचालित कराए जा रहे हैं।

बच्चों के पठन-पाठन में काफी असुविधा हो रही है। कांग्रेस नेता विनोद सिंह, जिला पंचायत सदस्य गीता सिंह आदि लोगों ने महानिदेशक प्राथमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश को प्रार्थना पत्र देकर आग्रह किया था कि इन गांवों के विद्यालयों को जहां इस गांव के लोग बसे हैं वहां पर बनवा दिया जाए।

महानिदेशक ने प्राथमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के निदेशक सुभा सिंह को निर्देश जारी किया कि तत्काल बेसिक शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट प्राप्त करें और सुनिश्चित करें कि अगले ग्रीष्मावकाश से पहले कटान से विस्थापित उक्त गांव के लोग जहां-जहां समूह में बसे हैं वहां इन विद्यालयों को बनवाया जाए।

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