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UPPCL: बिजली का मीटर लगाए बिना ही भेज रहे गलत बिल, हजारों उपभाेक्ता परेशान

बिजली विभाग बलिया की लापरवाही से उपभोक्ता परेशान हैं। क्षमता वृद्धि के नाम पर घालमेल और फर्जी मीटर रीडिंग से बिल बढ़ा दिए जा रहे हैं। 1173 उपभोक्ताओं ने शिकायत की है लेकिन विभाग ध्यान नहीं दे रहा। विद्युत वितरण खंड चतुर्थ की स्थिति सबसे खराब है। बिना मीटर के ही मनमाने तौर पर बिल भेजे जा रहे हैं। उपभोक्ता परेशान होकर विभाग के चक्कर लगा रहे हैं।

By Lovkush Singh Edited By: Abhishek Pandey Updated: Tue, 15 Oct 2024 04:00 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण संवाददाता, बलिया। विद्युत विभाग बलिया की लापरवाही कम होने का नाम नहीं ले रही है। कभी क्षमता वृद्धि का ट्रांसफार्मर लगाने के नाम पर घालमेल तो कभी फर्जी मीटर रीडिंग कर बिल उपभोक्ताओं के यहां भेज दिया जा रहा है। इससे भारी संख्या में उपभोक्ता परेशान हैं। बिल में सुधार कराने के लिए वह बिजली विभाग के आफिस में दौड़ रहे हैं। मीटर रीडर घर बैठक ही यूनिट दर्ज कर देते हैं।

पूरे जनपद की बिजली व्यवस्था को चार खंड में बांटा गया है। जिले में लगभग 3.56 लाख कनेक्शनधारी हैं। बिजली विभाग 145 फीडरों के जरिये विद्युत आपूर्ति करता है। बिजली बिल की शिकायत पर गौर करें तो अप्रैल से सितंबर तक पूरे जनपद से 1173 उपभोक्ताओं ने बिजली बिल में गड़बड़ी होने की शिकायत की है। इसके बावजूद विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

विद्युत वितरण खंड चतुर्थ की स्थिति और भी खराब है। इस खंड से कुल 77000 उपभोक्ताओं ने बिजली का कनेक्शन लिया है, लेकिन अधिकांश उपभोक्ताओं के बिना मीटर लगाए ही मनमाने तौर पर बिजली का बिल भेज दिया जा रहा है।

केस एक : विद्युत वितरण खंड चतुर्थ के उपभोक्ता मझौंवा निवासी ईश्वरधारी सिंह ने बताया कि बिजली का कनेक्शन लेने के बाद उनके यहां मीटर नहीं लगाया गया। वह बिजली का उपयोग भी कम करते हैं। इसके बावजूद पिछले माह में उनके यहां छह हजार का बिजली बिल आया है। मीटर रीडर अपने मन से बिजली की यूनिट दर्ज करा देते हैं। उसी हिसाब से बिल बनकर आ जाता है।

केस दो : विद्युत वितरण खंड चतुर्थ के ही उपभोक्ता मझौंवा निवासी रणजीत गुप्ता ने बताया कि कनेक्शन लेने के बाद से मीटर नहीं लगा है, लेकिन यूनिट की रीडिंग मनमाने तौर पर चढ़ा दिया जाता है। इससे प्रतिमाह परेशानी होती है। बिल सुधरवाने के दौरान इस बात की शिकायत करने पर विभाग के कर्मचारी कहते हैं कि मीटर रीडिंग का फोटो देने पर बिल में सुधार होगा। ऐसे में बड़ा सवाल यह कि जब मीटर लगा ही नहीं है तो मीटर रीडिंग का फोटो कहां से दिया जाए।

विद्युत वितरण खंड द्वितीय, अधिशासी अभियंता, नरेंद्र प्रकाश ने बताया-

जनपद में जिन उपभोक्ताओं के यहां मीटर नहीं लगा है, या खराब हो गया है। उसके लिए विभाग की ओर से जीएमआर कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। बहुत जल्द सभी उपभोक्ताओं के यहां मीटर लग जाएगा। गलत बिल की स्थिति में भी सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं। बीच-बीच में मीटर रीडिंग की चेकिंग भी की जा रही है।

-नरेंद्र प्रकाश, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड द्वितीय।

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