अंग्रेजों के समय बने रेल पुल को टक्कर देगा घाघरा पर बन रहा नया पुल
वाराणसी रेल मंडल के भटनी-औड़िहार रेलखंड को घाघरा नदी से बिल्थरारोड (बलिया)-मऊ व देवरिया गोरखपुर को जोड़ने वाला अंग्रेजों का बना विशाल रेल पुल पूरी तरह से जर्जर सा हो गया। जिसके ठीक समानांतर एक नया रेल पुल का निर्माण होना है। जिसके निर्माण की तैयारी तेजी से जारी है। पुराने पुल की अपेक्षा में यहां का प्रस्तावित नया रेल पुल डबल लाइन का होगा और विद्युतीकरण के बाद इस पर ट्रेनें बिजली की गति से दौड़ेंगी। नया रेल पुल पुराने अंग्रेजों के बने रेल पुल की तुलना में काफी मजबूत व विशाल होगा।
जागरण संवाददाता, बिल्थरारोड (बलिया): वाराणसी रेल मंडल के भटनी-औड़िहार रेलखंड को घाघरा नदी से बिल्थरारोड (बलिया)-मऊ व देवरिया, गोरखपुर को जोड़ने वाला अंग्रेजों का बना विशाल रेल पुल पूरी तरह से जर्जर सा हो गया। जिसके ठीक समानांतर एक नया रेल पुल का निर्माण होना है। जिसके निर्माण की तैयारी तेजी से जारी है। पुराने पुल की अपेक्षा में यहां का प्रस्तावित नया रेल पुल डबल लाइन का होगा और विद्युतीकरण के बाद इस पर ट्रेनें बिजली की गति से दौड़ेंगी। नया रेल पुल पुराने अंग्रेजों के बने रेल पुल की तुलना में काफी मजबूत व विशाल होगा।
अंग्रेजों के जमाने में ईटों के पायों पर खड़ा पुराना पुल पूरी तरह से जर्जर हो गया है और रेलवे के तकनीकी अधिकारियों ने इसे लगभग डेड घोषित कर दिया है। तुर्तीपार में नया बनने वाला रेल पुल करीब 19 विशाल पायों पर बनेगा। नए रेल पुल के पाए आरसीसी होंगे और पुल के ऊपर स्टील का वर्क होगा। करीब 250 करोड़ की लागत से बनने वाले इस रेल पुल का निर्माण घाघरा नदी के दोनों छोर पर बसे बलिया व देवरिया जनपद के किनारों को रेल मार्ग से जोड़ेगा। नदी पर पुल निर्माण होने के कारण कार्यदाई संस्था द्वारा बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। नया पुल डबल लाइन का होगा ताकि एक साथ दो ट्रेनों का परिचालन बेधड़क हो सके। -निमार्ण की शुरू हुई कवायद