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यूपी-बिहार के बीच कनेक्टिविटी मजबूत करने की पुरजोर कवायद, नदियों पर 618 करोड़ के तीन पुलों का निर्माण; अब इस कारण देरी

कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड की ओर से बताया गया मॉडल स्टडी के बाद तीनों पुलों का बजट भी बढ़ेगा। कटान वाले हिस्से में पायों की संख्या बढ़ेगी ताकि भविष्य में पुलों को कटान के कारण कोई नुकसान न पहुंच सके। दरअसल पुलों का जब माडल बना तो मौके की स्थिति कुछ और थी लेकिन कुछ वर्षों में कटान के कारण एप्रोच मार्ग...

By Lovkush Singh Edited By: Riya Pandey Updated: Sat, 11 May 2024 03:21 PM (IST)
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मॉडल बदले से पुलों के निर्माण में हो रही देरी

जागरण संवाददाता, बलिया। उत्तर प्रदेश से बिहार की कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए पुरजोर कोशिश चल रही है। इसके तहत गंगा और सरयू में तीन स्थानों पर 618.78 करोड़ की लागत से तीन बड़े पुलों का निर्माण कार्य चल रहा है, लेकिन तीनों परियोजनाएं दो साल विलंबित हो गई हैं। इसके पीछे कारण यह है कि गंगा और सरयू के कटान को लेकर तीनों पुलों के मॉडल में बदलाव किया जा रहा है।

उत्तराखंड की टीम माडल का अध्ययन कर रही है। सरयू में बन रहे खरीद-दरौली सेतु के मॉडल का अध्ययन किया जा चुका है। चांदपुर और शिवपुर में बन रहे सेतु के माडल का अध्ययन अभी नहीं किया गया है।

कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड की ओर से बताया गया मॉडल स्टडी के बाद तीनों पुलों का बजट भी बढ़ेगा। कटान वाले हिस्से में पायों की संख्या बढ़ेगी ताकि भविष्य में पुलों को कटान के कारण कोई नुकसान न पहुंच सके। दरअसल पुलों का जब माडल बना तो मौके की स्थिति कुछ और थी, लेकिन कुछ वर्षों में कटान के कारण एप्रोच मार्ग के पास की स्थिति बदल गई। इस वजह से अब माडल बदलने की कवायद चल रही है।

चांदपुर सेतु का 62 प्रतिशत हुआ है कार्य

224.98 करोड़ की लागत से चांदपुर के पास सरयू में बन रहे निर्माणाधीन पुल का 62 प्रतिशत कार्य हुआ है। वर्ष 2016 में स्वीकृत हुई थी, लेकिन उत्तर प्रदेश की सीमा पर सेतु का कुछ हिस्सा कटान की जद में आ चुका है। इस वजह से एप्रोच मार्ग में बदलाव किया जा रहा है। इस पुल के निर्माण के बाद बिहार के सिवान से बलिया की कनेक्टिविटी मजबूत हो जाएगी।

खरीद-दरौली पुल भी मुश्किल में, शासन का मंथन

सरयू में ही 160.45 करोड़ की लागत से खरीद-दरौली सेतु का निर्माण कार्य चल रहा है। सरयू की कटान के चलते खरीद-दरौली पुल पर भी संकट है। ढाई किलोमीटर संपर्क मार्ग का हिस्सा फंसा हुआ है। इस सेतु का कार्य भी अभी 49 प्रतिशत ही हुआ है। इसका निर्माण होने से बिहार से सिवान और गोपालगंज से कनेक्टिविटी मजबूत होगी।

शिवपुर के सेतु का 38 प्रतिशत हुआ कार्य

गंगा में शिवपुर घाट पर 233.35 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण हो रहा है। इस पुल की स्वीकृति भी वर्ष 2016 में मिली थी। यहां भी अभी तक मात्र 38 प्रतिशत ही कार्य हुआ है। अभी तक 13 पिलर तैयार हो पाए हैं। इसमें पहले से 19 पिलर प्रस्तावित थे, लेकिन काटन की वजह से एक पिलर और बढ़ाया जाना है। इस पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर आरा भोजपुर से कनेक्टिविटी मजबूत होगी।

उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड अधिशासी अभियंता एमएस चौहान के अनुसार, कटान को देखते हुए गंगा व सरयू में बन रहे पुलों के माडल में कुछ परिवर्तन किया जा रहा है। उत्तराखंड के एक्सपर्ट माडल स्टडी कर रहे हैं। खरीद-दरौली का अध्ययन किया जा चुका है। चांदपुर और शिवपुर के सेतु के माडल का अध्ययन करने भी टीम मौके पर पहुंचेगी। निर्माण कार्य चल रहा है। बहुत जल्द निर्माण में तेजी आएगी।

एक नजर में परियोजनाएं

चांदपुर सेतु

  • 224.98 करोड़ पुनरीक्ष्रित लागत।
  • 192.9 करोड़ अवमुक्त धनराशि।
  • 161.62 करोड़ व्यय धनराशि।

खरीद-दरौली सेतु

  • 160.41 करोड़ लागत।
  • 119.38 करोड़ अवमुक्त धनराशि।
  • 105.49 करोड़ व्यय धनराशि।

शिवपुर घाट सेतु

  • 233.65 करोड़ लागत।
  • 172.99 करोड़ अवमुक्त धनराशि।
  • 102.49 करोड़ व्यय धनराशि।