Balia Election Result 2022 LIVE : आनंद-उपेंद्र हारे, केतकी ने रोका रामगोविंद का विजय रथ, उमाशंकर की हैट्रिक
LIVE Balia UP Chunav Result 2022 News in Hindi बलिया की सात विधानसभा सीटों के परिणाम आ गए। सुबह से शाम तक चली काउंटिंग के बाद आए दिलचस्प रिजल्ट ने सबको चौंका दिया। बलिया नगर को छोड़ दें तो सभी छह सीटों पर कांटे की टक्कर दिखाई पड़ी।
By Abhishek SharmaEdited By: Updated: Thu, 10 Mar 2022 08:02 PM (IST)
बलिया, जागरण संवाददाता। वह घड़ी आ गई, जिसका सबको इंतजार था। बलिया की सात विधानसभा सीटों के परिणाम आ गए। सुबह से शाम तक चली काउंटिंग के बाद आए दिलचस्प रिजल्ट ने सबको चौंका दिया। बलिया नगर को छोड़ दें तो सभी छह सीटों पर कांटे की टक्कर दिखाई पड़ी। प्रदेश सरकार में मंत्री रहे उपेंद्र तिवारी और आनंद स्वरूप शुक्ला चुनाव हार गए हैं।
सीधी जंग में उपेंद्र को समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता संग्राम सिंह यादव ने 19085 वोटों से शिकस्त दी, उपेंद्र को कुल 72478 मत मिले, जबकि संग्राम को 91,563 मत प्राप्त कर जीत का स्वाद चखा है। वह चिलकहर विधानसभा से बसपा के विधायक रहे चुके हैं। बलिया नगर सीट से भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने पूर्व मंत्री और सपा के प्रत्याशी नारद राय को 26176 वोटों से हरा दिया। दयाशंकर को 102276 मत मिले, जबकि नारद को 76100 वोट। इस सीट पर दयाशंकर पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थे। चक्रवार जीत का अंतर बढ़ता गया और 30वें चरण में परिणाम घोषित कर दिया गया।
2017 में भाजपा के पास पांच सीटें थी। बलिया नगर को छोड़ सभी चार सीटें गवां दीं। इसमें बिल्थरारोड, फेफना, सिकंदरपुर व बैरिया विधानसभा शामिल है। बांसडीह में पहली बार भाजपा का खाता खुला है। आठ बार के विधायक रहे रामगोविंद चौधरी को निषाद पार्टी-भाजपा गठबंधन प्रत्याशी केतकी सिंह ने जोरदार पटखनी दी है। रामगोविंद इस सीट पर 2012 से लगातार विधायक हैं। उनका विजय रथ केतकी ने रोका है। जिले में भाजपा को कुल दो सीटें मिली हैं।
चार सीटों पर इस बार सपा-सुभासपा गठबंधन ने कब्जा जमा लिया है। एकमात्र सीट रसड़ा पिछली बार की तरह बसपा के खाते में गई थी। यहां से उमाशंकर सिंह ने तीसरी बार जीत दर्ज हैट्रिक लगाई है। सुभासपा प्रत्याशी महेंद्र चौहान ने उन्हें शुरू से आखिर तक कड़ी टक्कर दी है। कुछ यही राेमांचक जंग बांसडीह व बिल्थरारोड विधानसभा में भी देखने को मिली है।महेंद्र ने रसड़ा में छुड़ाया पसीना, उमाशंकर की तीसरी जीत
रसड़ा विधान सभा सीट पर बसपा का तीसरी बार कब्जा रहा। शुरूआत की दो राउंड में सुभासपा के महेंद्र चौहान से लगभग एक हजार वोटों से आगे रहे, लेकिन तीसरे राउंड से बसपा प्रत्याशी उमाशंकर सिंह ने बढ़त ले ली, फिर अंत तक बढ़त बनाए रखे। भाजपा प्रत्याशी बब्बन राजभर तीसरे स्थान पर रहे। उमाशंकर सिंह 2012 व 2017 के चुनाव में भी जीत हासिल किए थे।बलिया नगर : दयाशंकर सिंह--भाजपा--102965
बिल्थरारोड : हंसू राम--सुभासपा--78995फेफना : संग्राम सिंह यादव--सपा--91563रसड़ा :--उमाशंकर सिंह--बसपा--87089सिकंदरपुर :--जियाउद्दीन रिजवी--सपा--75222बांसडीह :--केतकी सिंह--निषाद पार्टी--102164बैरिया :--जयप्रकाश अंचल--सपा--70749यह भी पढ़ें : Ballia Election Result 2022 : बलिया की बांसडीह विधानसभा सीट से भाजपा की केतकी सिंह ने सपा के कद्दावर नेता रामगोविंद चौधरी को हराया
बांसडीह में पहली बार खिला कमल, नेता प्रतिपक्ष हारेबांसडीह विधान सभा सीट पर तीन बार विधायक रहे सपा के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को हार का सामना करना पड़ा। यहां उन्हें भाजपा व निषाद पार्टी की संयुक्त उम्मीदवार केतकी सिंह ने पराजित किया है। पिछले चुनाव में भी केतकी सिंह निर्दलीय चुनाव लड़कर रामगोविंद को कड़ी चुनौती दे चुकीं थीं। मात्र 1687 वोट से नेता प्रतिपक्ष जीत पाए थे। इस बार वह शुरूआत से लेकर अंत तक बढ़त बनाए रखीं। इस सीट पर भाजपा ने पहली बार जीत दर्ज की है।
फेफना के सियासी युद्ध में खूब लड़े संग्राम, मंत्री उपेंद्र हारेफेफना विधान सभा सीट पर मंत्री उपेंद्र तिवारी चुनाव हार गए हैं। उन्हें सपा के संग्राम सिंह यादव ने पराजित किया है। मंत्री उपेंद्र 2012 व 2017 में लगातार जीत हासिल किए थे। संग्राम सिंह यादव शुरूआत से ही इस सीट पर बढ़त बनाए हुए थे। इस सीट पर पहले सपा के अंबिका चौधरी का कब्जा रहता था। 2017 के चुनाव में सपा से अनबन होने के बाद अंबिका चौधरी इस सीट पर बसपा से लड़े थे। संग्राम सपा से। इसका लाभ उपेंद्र तिवारी को मिला था। इस बार अंबिका चौधरी और संग्राम सिंह यादव एकजुट थे। ऐसे में इस सीट पर सपा भाजपा को पटखनी देने में कामयाब रही। यहां पर कुल 27 राउंड मतगणना पूरी हुई। संग्राम को 91563 मत मिले, जबकि उपेंद्र को 72,478 मत प्राप्त हुए। इस तरह सपा प्रत्याशी ने 19,085 वोटों से विजय हासिल की।
बैरिया में सपा जीती, मंत्री आनंद स्वरूप हारेबैरिया विधान सभा सीट पर सपा के जयप्रकाश अंचल ने जीत दर्ज की। भाजपा के मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल को हार का समाना करना पड़ा। मंत्री को बलिया सीट से हटाकर बैरिया से चुनाव लड़ाया गया था। इस सीट के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का टिकट काट दिया गया था। इसके बाद सुरेंद्र सिंह विकासशील इंसान पार्टी से चुनाव लड़े और वह तीसरे स्थान पर रहे। इस सीट पर भाजपा की हार का कारण सुरेंद्र को ही माना जा रहा है। भाजपा के वोटर दो भागों में बंट गए जबकि सपा के वोटर इधर-उधर नहीं भटके। सपा प्रत्याशी शुरू से अंत तक बढ़त बनाए रखे।
बलिया नगर से पहली बार विधायक बने दयाशंकरबलिया नगर सीट से भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह पहली बार जीत दर्ज कर विधायक बने। उन्होंने सपा के पूर्व मंत्री और दो बार के विधायक रहे नारद राय को 26,176 मतों से हरा दिया। इससे पहले भी वह 2007 में भाजपा के टिकट पर इसी सीट से चुनाव लड़ेे थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। यह सीट 2017 में भी भाजपा के खाते में थी। मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला इसी सीट पर विधायक बने थे। मतगणना में दयाशंकर शुरू से ही बढ़त बनाए तो अंत तक बने रहे। कुल 30 राउंड में काउंटिंग पूरी हुई, इसमें दयाशंकर को कुल 102276 मत प्राप्त हुए जबकि नारद को 76,100 वोट मिले। बसपा के मदन वर्मा यहां तीसरे स्थान पर रहे।
सिकंदरपुर में सपा के रिजवी जीते, भाजपा विधायक हारेसिकंदरपुर सीट से भाजपा के सीटिंग विधायक को हराकर सपा के पूर्व मंत्री जियाउद्दीन रिजवी ने जीत दर्ज की है। रिजवी 2012 में भी इस सीट से चुनाव जीते थे। 2017 के चुनाव में भी वह सपा से प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में उन्होंने अपना दम दिखाया और मैदान फतह कर लिया। वोटों की गिनती में वह शुरू से ही आगे रहे। कुल 21 राउंड में मतगणना पूरी हुई। यहां से सपा प्रत्याशी रिजवी को 62823 मत मिले, जबकि संजय को 52675 वोट प्राप्त हुए। इस तरह 10,148 वोटों से पूर्व मंत्री ने जीत हासिल कर ली।
शुरूआत से चढ़ी भाजपा, लेकिन आखिर में जीते सुभासपा के हंसू रामसुरक्षित सीट बेल्थरारोड में लड़ाई बेहद दिलचस्प दिखी। यहां पहले राउंड से भाजपा के छट्ठू राम ने बढ़त बनाई थी। लेकिन सुभासपा व सपा गठबंधन के उम्मीदवार हंसूराम पकड़ बनाए थे। दोनों लोगों के बीच हर राउंड में मामूली अंतर दिखा था। 13वें राउंड के बाद हंसू राम ने बढ़त लेना शुरू कर दिया। उसके बाद वह लगातार आगे ही रहे। वह पहली बार विधान सभा का चुनाव लड़े थे। 30वें राउंड में रिजल्ट फाइनल कर दिया गया। हंसूराम को कुल 78197 मत प्राप्त हुए जबकि छट्ठू राम को 73066 वोट। इस तरह 5131 मतों से छट्ठू राम को शिकस्त मिल गई।यह भी पढ़ें : Poorvanchal Election Result 2022 LIVE : उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल की 61 सीटों पर मतगणना
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