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छह दिन में बनाए 2303 गोल्डन कार्ड, मंडल में बलरामपुर टाप

रंग लाई आरोग्य मित्रों की मेहनत गोंडा ने पूरे अभियान में बनाए मात्र 184 कार्ड

By JagranEdited By: Updated: Tue, 12 Jul 2022 11:42 PM (IST)
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छह दिन में बनाए 2303 गोल्डन कार्ड, मंडल में बलरामपुर टाप

बलरामपुर : अंत्योदय आयुष्मान पखवाड़ा में छह दिनों के बीच 2303 गोल्डन कार्ड बनाकर देवीपाटन मंडल में जिला टाप कर गया है जबकि प्रदेश में 18 वें स्थान पर है। सबसे पीछे मंडल मुख्यालय गोंडा है जो पूरे अभियान में सिर्फ 184 गोल्डन कार्ड बनाए। प्रदेश में गोंडा 66 वें स्थान पर है।

आयुष्यमान भारत योजना से जुड़े सभी अंत्योदय परिवारों को गोल्डन कार्ड देने के लिए पांच जुलाई से शुरू हुए अंत्यादेय आयुष्मान पखवाड़े में अंत्योदय परिवारों के गांव जाकर गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। आरोग्य मित्र गांव-गांव कार्ड बनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। पांच को 229, छह को 505, सात को 291, आठ को 363, नौ को 617 व 10 जुलाई को 298 कार्ड बनाए गए। आयुष्मान भारत के जिला सूचना प्रबंधक विदेह पांडेय ने बताया कि छह दिनों तक चले अभियान में 2303 लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए। सर्वाधिक गोल्डन कार्ड बनाने वालों की रैंकिग में जिला प्रदेश में 18वें और देवीपाटन मंडल में गोंडा, बहराइच व श्रावस्ती को पीछे छोड़ते हुए टाप पर है।

सिद्धार्थनगर फार्मूला लागू करने की मांग : प्रदेश में सातवें स्थान पर रहे सिद्धार्थनगर का फार्मूला कामयाब रहा। वहां आरोग्य मित्रों की संविदा जिला स्वास्थ्य समिति से कर दी गई है। इससे उनके मानदेय में कोई कटौती नहीं हो रही है। यहां आउटसोर्सिंग से होने के कारण आरोग्य मित्रों का आधा मानदेय सेवाप्रदाता कंपनी काट ले रही है। साथ ही कई माह तक मानदेय बकाया भी रखती है।

आरोग्य मित्रों की मेहनत का सुखद परिणाम: मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुशील कुमार ने कहा कि कड़ी धूप में गांव-गांव पहुंच रहे आरोग्य मित्रों की मेहनत व अधिकारियों की सतत निगरानी के चलते जिले का नाम देवीपाटन मंडल के चारों जिलों में पहले स्थान पर है। यह सभी के लिए सुखद है।

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