पौने चार करोड़ खर्च, नहीं तैयार हो पाई सीएचसी
बलरामपुर सात साल से जिले के रेहरा बाजार व श्रीदत्तगंज में निर्माणाधीन दो सामुदायिक स्वास्थ्य के
बलरामपुर : सात साल से जिले के रेहरा बाजार व श्रीदत्तगंज में निर्माणाधीन दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के भवन अधूरे पड़े हैं। दोनों पर खर्च हुए पौने चार करोड़ रुपये से बिल्डिग तो नहीं तैयार हो पाई, लेकिन जो बना है, वह भी खंडहर होता जा रहा है। अब पूरा कराने के लिए दूसरी किस्त की दरकार है। इसके लिए लिखा पढ़ी तो बहुत की गई, लेकिन किस्त मिली और न ही अधूरे भवन ही पूरे हो पाए।
वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत श्रीदत्तगंज के महदेइया व रेहरा बाजार में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण की स्वीकृति मिली थी। प्रति सीएचसी तीन करोड़ 74 लाख रुपये की निर्माण लागत में एक करोड़ 87 लाख रुपये देकर 2015 में निर्माण शुरू हुआ। भवन पूरे हो पाते, इसके पहले बजट कम पड़ गया। तब से दोनों अधूरे पड़े हैं। दूसरी किस्त अब तक नहीं मिली। यदि यह पूरे हो गए होते तो मरीजों को कई किलोमीटर की दौड़ बेवजह नहीं लगानी पडती। यही नहीं अधूरी बिल्डिग अब स्वास्थ्य विभाग के लिए मुसीबत भी बन गई है। दिन हो या रात यहां अराजकतत्व डेरा डाले रहते हैं जिससे चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों में भय बना रहता है। जर्जर बिल्डिग में चल रहा अस्पताल :
- रेहरा बाजार में सीएचसी भवन अधूरा होने के कारण अस्पताल जर्जर भवन में चल रहा है। बारिश में सीलन के कारण दवाओं व अभिलेखों के खराब होने का डर रहता है। साथ ही सांप बिच्छू भी निकलते रहते हैं। अधीक्षक डा. सुजीत पांडेय का कहना है कि भवन पूरा कराने के लिए कई बार पत्र लिखा, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
कार्यदायी संस्था नहीं ले रही दिलचस्पी:
श्रीदत्तगंज सीएचसी अधीक्षक डा. विकल्प मिश्र का कहना है कि महदेइया की सीएचसी को पूरा कराने के लिए कई बार पत्र लिखा, लेकिन दूसरी किस्त अब तक नहीं मिली। जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी पवन कुमार सिंह का कहना है कि अस्पताल पूरा कराने को दूसरी किस्त के लिए लिखा पढ़ी की गई है।