कालातीत जांच किट को ठिकाने लगाने में जुटा महिला अस्पताल
बलरामपुर उच्चाधिकारियों के बार-बार की हिदायत के बाद भी महिला अस्पताल कार्यप्रणाली में
बलरामपुर :
उच्चाधिकारियों के बार-बार की हिदायत के बाद भी महिला अस्पताल कार्यप्रणाली में सुधर नहीं हो रहा है। हालत यह है कि यहां दो साल पहले गर्भवती की जांच के लिए आई एंटीबाडी कार्ड टेस्ट किट का प्रयोग ही नहीं किया गया। प्रयोग न होने के कारण कई वर्षों से रखी यह जांच किट कालातीत हो गई। अब उसे कूड़े में फेंका जा रहा है।
अपनी गलती छिपाने व मार्च में स्टाक खत्म करने के लिए कर्मी अब उसे लगा रहे ठिकाने :
अब यह सवाल है कि करीब चार सौ रुपये कीमत वाली जांच किट दो साल से अस्पताल प्रशासन क्यों रखे हुए था। किट का प्रयोग गर्भवतियों की जांच के लिए क्यों नहीं किया गया। अपनी गलती छिपाने व मार्च में स्टाक खत्म करने के लिए कर्मी अब उसे ठिकाने लगा रहे हैं।
लैब में तैनात कर्मी बिना जांच के ही गर्भवती की फर्जी रिपोर्ट देते रहे हैं:
बताया जाता है कि जांच व प्रसव कराने आई गर्भवती के एचआइवी ग्रस्त होने या न होने की जांच के लिए इस किट का प्रयोग किया जाना था। जो लैब में ही रखी रह गई। लैब में तैनात कर्मी बिना जांच के ही गर्भवती की फर्जी रिपोर्ट देते रहे। शनिवार को पहले इस किट को जलाकर नष्ट करने का प्रयास किया गया, लेकिन यह जलती उसके पहले कुत्तों व बेसहारा जानवरों ने उसे बिखेर दिया।
महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. विनीता राय का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। यदि किट का प्रयोग नहीं किया गया है तो गलत है। इसकी जांच कराकर संबंधित से जवाब तलब किया जाएगा।