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नानी के घर बकरीद मनाने आई चार बहनें नदी में डूबी, बच्चियों की मौत से मातम में बदली त्योहार की खुशियां

बकरीद पर परिवार में खुशी का माहौल था। राजू के छह बेटियां व तीन बेटे थे। राजू की पत्नी सभी बच्चों को लेकर अपने मायके मसीहाबाद ग्रंट में बकरीद मनाने आई थी। यहां कुर्बानी के बाद सभी बच्चों ने खाना खाया। इसके बाद रेशमा रुखसाना लाल्ली और गुड्डी घर के पास बह रहे कुआनो नदी में नहाने लगीं। नहाते समय चारों गहरे पानी में जाकर डूब गईं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 17 Jun 2024 09:22 PM (IST)
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नानी के घर बकरीद मनाने आई चार बहनें नदी में डूबी।

जागरण संवाददाता, बलरामपुर। श्रीदगंज के मासिहाबाद ग्रिंट के निकट सोमवार की दोपहर करीब तीन बजे कुआनो नदी में डूब के चार बहनों की मौत हो गई। मृतका रेशमा, रुखसाना, लल्ली व गुड्डी पुत्री राजू निवासी कालू बनकट बिलरिया अपनी मां के साथ बकरीद मनाने ननिहाल आई थीं। वहां पर खाना खाने के बाद चारों कुआनो नदी में नहाते समय पानी में डूब गईं।

प्रधान जाबिर अली ने बताया कि बकरीद पर परिवार में खुशी का माहौल था। राजू के छह बेटियां व तीन बेटे थे। राजू की पत्नी सभी बच्चों को लेकर अपने मायके मसीहाबाद ग्रंट में बकरीद मनाने आई थी। यहां कुर्बानी के बाद सभी बच्चों ने खाना खाया। 

इसके बाद रेशमा, रुखसाना, लाल्ली और गुड्डी घर के पास बह रहे कुआनो नदी में नहाने लगीं। नहाते समय चारों गहरे पानी में जाकर डूब गईं। बच्चियों के डूबने की खबर पहुंचते ही गांव वाले नदी की तरफ दौड़ पड़े। थोड़ी दूरी पर चारों बहनों का शव नदी के पानी में उतराता पाया गया। 

त्योहार की खुशियां पल भर में मातम में बदल गईं। राजू आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से है। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है। राजू के घर ढांढस बनाने वालों की भीड़ लगी है। उपजिलाधिकारी उतरौला अवधेश कुमार, सीओ प्रमोद कुमार व तहसीलदार शैलेंद्र सिंह मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। श्रीदत्तगंज थानाध्यक्ष अनिल कुमार दीक्षित ने बताया कि छानबीन की जा रही है।

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