UPPCL : यूपी के इस गांव में तो हद हो गई, 24 घंटे में 20 बार कटती बिजली- ग्रामीणों ने उठाया यह कदम
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह ने बिजली आपूर्ति में सुधार न होने पर अधिशासी अभियंता का घेराव करने की चेतावनी दी। कहा रात में तो 10-10 मिनट में बिजली कटौती की जाती है। विभागीय अधिकारियों के सीयूजी नंबर बंद रहता है। ऐसे में लोगों को बिजली कटौती का कारण नहीं पता चलता है। अधिशासी अभियंता बालकृष्ण ने बताया कि खराबी होने पर मरम्मत के लिए आपूर्ति बंद की जाती है।
जागरण संवाददाता, बलरामपुर। गर्मी और उमस से परेशान लोगों को बार-बार की बिजली कटौती ने हलकान कर दिया है। सिविल लाइन फीडर के उपभोक्ताओं को 24 घंटे में कम से कम 20 बार बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है। रात हो या दिन बिजली कटौती बढ़ती ही जा रही है।
विभाग बिजली आपूर्ति सुधारने के नाम पर पेड़ की डाल काटने व जर्जर तार एवं खंभा बदलने के नाम पर लाखों रुपये खर्च किया जा रहा है लेकिन, सुधार नहीं हो रहा है। बिजली कटौती को लेकर लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
रात में हर 10 मिनट में बिजली कटौती
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज कुमार सिंह ने बिजली आपूर्ति में सुधार न होने पर अधिशासी अभियंता का घेराव करने की चेतावनी दी है। कहा कि रात में तो 10-10 मिनट में बिजली कटौती की जाती है। विभागीय अधिकारियों के सीयूजी नंबर बंद रहता है। ऐसे में लोगों को बिजली कटौती का कारण नहीं पता चलता है। अधिशासी अभियंता बालकृष्ण ने बताया कि खराबी होने पर मरम्मत के लिए आपूर्ति बंद की जाती है।पांच दिन से ट्रांसफार्मर खराब, अंधेरे में 600 घर
तुलसीपुर: बेलीखुर्द गांव के मजरा मदरहवा में पांच दिनों से ट्रांसफार्मर खराब होने से 600 घरों में अंधेरा है। ट्रांसफार्मर बदले न जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। उमस भरी गर्मी में ग्रामीणों को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है।ग्रामीण बड़कऊ, ओम प्रकाश, चंद्रभान सिंह, अविनाश, दीपक, नीरू, हलीम, राम उजागर व समर बहादुर ने बताया कि बिजली विभाग को सूचना देने के पांच दिन बीत जाने पर भी ट्रांसफार्मर अभी नहीं लग पाया है। 1912 पर भी शिकायत दर्ज कराया लेकिन अब तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला जा सका। गर्मी से लोग परेशान हैं। गांव सीमावर्ती व जंगल से सटा है। अवर अभियंता दयाशंकर सिंह ने बताया कि गांव में ट्रांसफार्मर जल्दी ही लगवा दिया जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।