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कटर मशीन से कर दिए पत्नी के टुकड़े, बोरे में भरकर शव नदी किनारे फेंका; 21 दिनों के बाद ऐसे सुलझी गुत्थी

बलरामपुर में एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है जहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर उसके शव को इलेक्ट्रिक कटर से टुकड़े-टुकड़े कर दिया और फिर उन्हें बोरियों में भरकर नदी में फेंक दिया। 21 दिनों तक चली जांच के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानिए इस दिल दहला देने वाली घटना के बारे में पूरी जानकारी।

By Jagran News Edited By: Nitesh Srivastava Updated: Wed, 28 Aug 2024 09:26 PM (IST)
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बलरामपुर : पकड़े गए हत्या अभियुक्त के बारे में जानकारी देते पुलिस अधीक्षक विकास कुमार
जागरण संवाददाता, बलरामपुर। देहात कोतवाली के अजबनगर से कम्हरिहवा जाने वाली सड़क पर बीते छह अगस्त को प्लास्टिक की बोरियों में अज्ञात शव के टुकड़े पाए गए थे। पुलिस ने घटना का राजफाश कर दिया है।

शव की पहचान गोंडा के रानीबाजार बड़गांव निवासिनी गुड़िया उर्फ नीतू पांडेय के रूप में हुई है। गुड़िया के पति शंकर दयाल गुप्त ने आपसी विवाद के कारण बेरहमी के साथ पत्नी की हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े किए थे।

शव के टुकड़ों को बोरियों में भरकर बलरामपुर लाकर फेंका था। अभियुक्त ने शव के अवशेष को दो बोरी में अयोध्या स्थित सरयू के पुराने पुल व दो बोरी नए पुल से नदी में फेंकने की बात कही है।

पुलिस ने अभियुक्त के पास एक डिस्कवर मोटरसाइकिल, आलाकत्ल लोहे की आरी, चापर, हेक्सा ब्लेड, इलेक्ट्रानिक कटर मशीन व इटियाथोक गोंडा से मृतका का मोबाइल बरामद किया है।

पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि बोरियों में मानव शव के टुकड़े मिलने पर पोस्टमार्टम कराया गया। महिला का शव होने की पुष्टि होने पर एसआइटी का गठन किया गया।

मुख्य विवेचक देहात कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश कुमार सिंह, सह विवेचक स्वाट टीम प्रभारी सत्येंद्र बहादुर सिंह व उपनिरीक्षक आशीष कुमार सिंह नियुक्त किए गए। अज्ञात महिला के शव की शिनाख्त के लिए घटनास्थल के आसपास के सीसी फुटेज को खंगालना शुरू किया।

घटनास्थल के सबसे निकट अगरहवा चौराहे पर लगे सीसी फुटेज में देखा गया कि छह अगस्त की सुबह एक संदिग्ध व्यक्ति मोटरसाइकिल पर पीछे सफेद बोरी बांधा हुआ व आगे दाहिनी तरफ लेगगार्ड में बड़े झोले में एक सफेद बोरी रखे ले जाता दिखाई दिया।

सीसी फुटेज के आधार पर संदिग्ध बाइकसवार व्यक्ति को ट्रेस किया गया। इसी दौरान सीसी फुटेज में मोटरसाइकिल का नंबर प्राप्त हुआ।

जांच करने पर बाइक शंकर दयाल गुप्त निवासी 260 रानीबाजार बड़गांव कोतवाली नगर गोंडा के नाम पाई गई। पुलिस वाहन स्वामी के घर पहुंची, तो ताला लगा मिला।

आसपास के लोगों ने बताया कि शंकर दयाल उस घर में अपनी पत्नी व पहली पत्नी के बेटे के साथ रहता है। कई दिनों से ताला लगा है और घर से बदबू आ रही है।

टीम गठित करते हुए शंकर दयाल को 27 अगस्त को गोंडा रेलवे स्टेशन पर दबोच लिया गया। गहनता से पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर घर से आलाकत्ल बरामद कर लिया गया।

मुकदमा में आर्म्स एक्ट की वृद्धि की गई। संयुक्त पार्किंग गोंडा रेलवे स्टेशन में खड़ी उसकी बाइक व इटियाथोक बाजार से मृतका का मोबाइल बरामद किया गया।

15 जनपदों में गुमशुदा महिलाओं के परिवार से की मुलाकात

पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए आसपास के 15 जनपदों में अब तक दर्ज करीब 500 गुमशुदा महिलाओं की गुमशुदगी की जांच कर उनके परिवारजन से बातचीत की। बलरामपुर से गोंडा, अयोध्या, बाराबंकी व लखनऊ तक के करीब 300 किलोमीटर तक के सीसी फुटेज को खंगाला गया।

एक अगस्त को की थी हत्या

पूछताछ में शंकर दयाल ने बताया कि उसने गुड़िया उर्फ नीतू पांडेय से 2023 में विवाह किया था। विवाह के बाद से ही आपस में विवाद हो रहा था। बीते 30 जुलाई को उसने पत्नी को मारने का इरादा बना लिया था। एक अगस्त को उसने पत्नी की हत्या कर दी।

तीन अगस्त को शव के टुकड़े कर उसको छिपाने के उद्देश्य से दो बोरी में भरकर अयोध्या में पुराने सरयू पुल से नदी में फेंक दिया।

छह अगस्त को दो बोरी में शव के टुकड़े को ग्राम अजबनगर कम्हरिहवा जाने वाली सड़क के किनारे व सात अगस्त को दो बोरी में शव के शेष टुकड़ों को अयोध्या में सरयू के नए पुल से नदी में फेंका था। आठ अगस्त को रात 10 बजे लखनऊ भाग गया था। वहीं छिपकर रह रहा था।

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