'किसी को इंतजार था मौत की खबर आए, लेकिन...', मुख्तार से मुलाकात के बाद भाई अफजाल अंसारी ने लगाए ये गंभीर आरोप
मुख्तार अंसारी की हालत बिगड़ने के बारे में जेल प्रशासन की ओर से उसके गृह जनपद के थाने में सूचना दी गई। जिसके बाद दिल्ली से उसके भाई पूर्व सांसद गाजीपुर आफजल अंसारी व पुत्र उमर व बहू निखत बानो समेत करीब पांच से छह लोग अलग-अलग दो वाहनों से रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज पहुंचे। जहां उन्हें मिलने से रोक दिया गया। जेल मैनुअल के हिसाब से परमिशन लेना पड़ा।
जागरण संवाददाता, बांदा। मुख्तार अंसारी की हालत बिगड़ने की जानकारी होने पर उसके पूर्व सांसद भाई, पुत्र, बहू के साथ अन्य स्वजन व अधिवक्ता रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज पहुंचे थे, जहां माफिया से मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि बड़ा षड़यंत्र विफल हो गया है।
आरोप लगाया कि सातवीं बार मारने का प्रयास किया गया है। जहर खिलाने की वजह से स्टोमक पर असर पड़ा है। 40 दिन पहले भी जेल में भोजन चखने में डिप्टी जेलर समेत दो लोग बीमार हो गए थे। उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। किसी को इंतजार था कि मौत की खबर आए, लेकिन ऊपर वाले ने इस बार फिर से बचा लिया है।
मुख्तार अंसारी की हालत बिगड़ने के बारे में जेल प्रशासन की ओर से उसके गृह जनपद के थाने में सूचना दी गई। जिसके बाद दिल्ली से उसके भाई पूर्व सांसद गाजीपुर अफजाल अंसारी व पुत्र उमर व बहू निखत बानो समेत करीब पांच से छह लोग अलग-अलग दो वाहनों से रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज पहुंचे। जहां उन्हें मिलने से रोक दिया गया। जेल मैनुअल के हिसाब से परमिशन लेना पड़ा। इसके बाद पूर्व सांसद को अंदर प्रवेश दिया गया।
करीब पौने एक बजे आने के बाद पौन घंटे तक अंदर रहे, लेकिन पूर्व सासंद ने बताया कि पांच मिनट करीब मुलाकात हुई है। मुख्तार से बेड पर बात हुई है। दिक्कत महसूस कर रहे हैं। स्टोमक में जहर की वजह से दिक्कत है। जहर का असर चरम में पहुंचने पर यह स्थिति हुई है।यह उम्मीद बनी थी कि कहीं भी अब भेजने पर उसे बचना नहीं है। इसके बाद उसे यहां भेजा गया है। हालांकि ऊपर वाले बचा लिया है। अब वह होश में है बोल रहा है। मुख्तार की कहानी का अंत करने का प्रयास था। जहर की वजह से ही स्टोमक में दिक्कत हुई है। अपनी कठिनाई जो मुख्तार ने बताया है उसे न्यायालय में मामला रखा जाएगा। उनके मिलने से मुख्तार को अत्मबल महसूस हुआ है। सैकड़ों लोगों की दुआएं हैं। उन्हें ऊपर वाले पर भरोसा है। जब जिसका ऊपर से निर्धारित हो जाएगा। वह एक मिनट नहीं चलेगा। डाक्टर से बात करने पर उन्होंने बताया कि सर्जिकल कोई दिक्कत नहीं है। कब्जियत होगी जिसमें एनीमा लगाकर पेट साफ कराया गया है।
पूर्व सासंद एवं भाई ने कहा कि ओवर ईटिंग से दिक्कत हो सकती है, लेकिन रमजान में रोजे रखने से यह दिक्कत नहीं होती है। डॉक्टर स्वतंत्र होकर इलाज करे तो इलाज मिल सकता है। सत्ता के डॉक्टर भी दबाव में हैं।
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