Move to Jagran APP

Banda: 14 साल की बेटी को घर पर अकेला छोड़ गए थे माता-प‍िता, वापस लौटे तो नजारा देख पैरों तले खि‍सक गई जमीन

धीरेंद्र वर्मा की 14 वर्षीय पुत्री कुमारी राखी नौंवी कक्षा की छात्रा थी। शुक्रवार सुबह धीरेंद्र अपनी पत्नी रूपा को लेकर इंडियन बैंक कालोनी की किस्त निकालने गए थे। भीड़ होने के चलते देर हो गई और शाम करीब छह बजे घर लौटे। खपरैल की धन्नी से रस्सी के फंदे पर इकलौती बेटी को लटकता देख दोनों चीख पड़े। आसपास से लोग जुट गए।

By Jagran NewsEdited By: Vinay SaxenaUpdated: Fri, 23 Jun 2023 10:51 PM (IST)
Hero Image
क‍िशोरी ने सुसाइड नोट ल‍िखकर दी जान।
नरैनी (बांदा), संवाद सहयोगी। यूपी के बांदा में 14 साल की एक क‍िशोरी ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। माता-पिता बेटी को घर में छोड़ बैंक गए थे। शाम को लौटे तो इकलौती बेटी फांसी के फंदे से लटकती मिली। बेटी के शव को देखकर दोनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो कमरे में एक कागज पर लिखा सुसाइड नोट मिला। नोट में लिखा था, ''अब ना रहेंगे और ना किसी से बोलेंगे, माफ करना मम्मी।'' हालांकि, पुलिस घटना को संदेह की नजर से देख रही है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह पता चलेगी।

बेटी के शव को देख माता-प‍िता के चीख पड़े

खरौच गांव के मजरा संतराम का पुरवा निवासी धीरेंद्र वर्मा की 14 वर्षीय पुत्री कुमारी राखी नौंवी कक्षा की छात्रा थी। शुक्रवार सुबह धीरेंद्र अपनी पत्नी रूपा को लेकर इंडियन बैंक कालोनी की किस्त निकालने गए थे। भीड़ होने के चलते देर हो गई और शाम करीब छह बजे घर लौटे। खपरैल की धन्नी से रस्सी के फंदे पर इकलौती बेटी को लटकता देख दोनों चीख पड़े। आसपास से लोग जुट गए।

'मुझे माफ करना मेरी प्यारी मम्मी'

कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह गौर ने जांच पड़ताल की तो कमरे में सुसाइड नोट बरामद हुआ। सुसाइड नोट में ल‍िखा है, ''अब ना हम रहेंगे और ना किसी से बोलेंगे, हम किसी की वजह से जान नहीं दे रहे हैं। मुझे माफ करना मेरी प्यारी मम्मी।''

पुल‍िस न‍िकालेगी काल ड‍िटेल

पिता धीरेंद्र वर्मा ने बताया कि उनकी एक संतान का पहले ही निधन हो चुका है। यही उनकी लाडली थी। विवेकानंद इंटर कालेज की छात्रा थी। माता पिता का रो-रोकर हाल बेहाल है। पुलिस ने बताया कि मोबाइल की काल डिटेल भी निकाली जा रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।