Banda: मानकों पर खरा नहीं मिला स्कूल, सब्जी के नाम पर बच्चों को दिया जा रहा केवल आलू, पूरे स्टाफ का रोका वेतन
बीएसए के निरीक्षण में ऐसे ही एक विद्यालय में सब्जी में सिर्फ रसेदार सब्जी में पानी व आलू मिलने पर नाराजगी जताते हुए प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा है। एक विद्यालय में मानक पूरे न मिलने पर पूरे स्टाफ का एक माह का वेतन रोक दिया है।
By Vishnu ShuklaEdited By: Shivam YadavUpdated: Fri, 04 Nov 2022 05:44 AM (IST)
बांदा, जागरण संवाददाता। एक तरफ जहां शासन परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले नौनिहालों को एमडीएम में पौष्टिक भोजन दिए जाने पर जोर दे रहा है। वहीं जनपद के स्कूलों में बच्चों को सब्जी के नाम पर सिर्फ आलू परोसा जा रहा है। बीएसए के निरीक्षण में ऐसे ही एक विद्यालय में सब्जी में सिर्फ रसेदार सब्जी में पानी व आलू मिलने पर नाराजगी जताते हुए प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा है। जबकि एक विद्यालय में चहारदीवारी व रंग-रोंगन सहित अन्य मानक पूरे न मिलने पर पूरे स्टाफ का एक माह का वेतन रोक दिया है।
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों की शिक्षा एवं एमडीएम के तहत दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता में सुधार किए जाने का शासन प्रयास कर रहा है। इसके लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्कूलों का निरीक्षण करने का निर्देश भी है।
सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिली
गुरुवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रिन्सी मौर्या ने बबेरू में अछाह के पूर्व माध्यमिक विद्यालय व भाग एक के प्राथमिक विद्यालय सहित बिसंडा में चल रहे चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। बीएसए के मुताबिक प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक अंकिता गुप्ता बिना सूचना के अनुपस्थित मिली।नवंबर माह का वेतन रोक मांगा स्पष्टीकरण
स्कूल में रंगाई-पुताई, मल्टीपल हैंडवास, एमडीएम की गुणवत्ता के साथ दूध एवं फल नहीं वितरित किए जा रहे हैं। प्रधानाध्यापक संध्या वर्मा को फटकार लगाते हुए समस्त स्टाफ का नवंबर माह का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है।
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