Mukhtar Ansari: जेल में बंद मुख्तार की शिकायत ने जेलर को करवाया निलंबित, पेशी के दौरान कहा- खाने में जहर देकर…
शासन ने बांदा मंडलीय कारागार के जेलर व दो डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया है। इस जेल में लंबे समय से निरुद्ध माफिया मुख्तार अंसारी ने हाल ही में खाने में जहर मिलाकर दिए जाने की शिकायत की थी। पुलिस महानिदेशक कारागार एसएन साबत का कहना था कि विभागीय कार्यों में लापरवाही और शिथिलता बरतने के कारण अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
जागरण संवाददाता, बांदा। शासन ने बांदा मंडलीय कारागार के जेलर व दो डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया है। इस जेल में लंबे समय से निरुद्ध माफिया मुख्तार अंसारी ने हाल ही में खाने में जहर मिलाकर दिए जाने की शिकायत की थी। पुलिस महानिदेशक कारागार एसएन साबत का कहना था कि विभागीय कार्यों में लापरवाही और शिथिलता बरतने के कारण अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
गत दो मार्च को डीआईजी जेल प्रयागराज राजेश कुमार श्रीवास्तव ने मंडलीय कारागार का निरीक्षण किया तो जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर राजेश कुमार और अर¨वद कुमार के कार्यों में शिथिलता और लापरवाही मिली थी। डीआईजी ने निरीक्षण के बाद अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि डीआईजी के निरीक्षण में उनका काम जेल मैनुअल के विपरीत मिला था। रिपोर्ट के आधार पर शासन स्तर से तीनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।
छह अप्रैल, 2021 को पंजाब के रोपड़ की रूपनगर जेल से बांदा जेल स्थानांतरित किए जाने के बाद से मुख्तार अंसारी की ओर से जेल अधिकारियों पर विभिन्न आरोप लगाए जा रहे हैं। कुछ रोज पहले बाराबंकी और मऊ कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से हुई पेशी में मुख्तार ने खाने में जहर देकर मारने के प्रयास की शिकायत की थी। इसकी जांच चल रही है। दो दिन पहले ही तीन डाक्टरों के पैनल ने मुख्तार का स्वास्थ्य परीक्षण किया था जिसमें उसे अस्वस्थ पाया गया था।
जेलर व डिप्टी जेलर समेत पांच वार्डर पर भी हो चुकी है कार्रवाई
मुख्तार की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था की जांच को लेकर डेढ़ वर्ष पहले डीएम और एसपी ने छापेमारी की थी। तब भी खामियां मिली थीं। गेट की चाबी लाने में देरी किए जाने के कारण दोनों अधिकारियों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा था। मुख्तार अंसारी की बैरक में तवा चढ़ा मिला था। फ्रिज में उसके आम रखे मिले थे। इसके चलते बांदा जेल के डिप्टी जेलर व पांच वार्डर को निलंबित किया गया था।उस समय डीएम की ओर से कार्यों में लापरवाही की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। इसके बाद पिछले वर्ष जेलर वीरेंद्र कुमार का निलंबन भी हुआ था। बांदा जेल में तैनात रहने के बाद कार्रवाई के समय सुलतानपुर जेल में तैनात थे।
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