Move to Jagran APP

माफिया मुख्तार की रहस्यमयी मौत से उठा पर्दा, बिसरा रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात आई, जेल में धीमा जहर देने से…

माफिया मुख्तार अंसारी की मौत बीमारी और हार्ट अटैक से ही हुई थी। बेटे उमर अंसारी ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि पिता को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था यह बात बिसरा रिपोर्ट में गलत निकली है। अधिकारी दबी जुबान से बिसरा रिपोर्ट आने की बात तो स्वीकार कर रहे हैं लेकिन जांच विचाराधीन होने के कारण उसका ब्योरा देने से बच रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 23 Apr 2024 11:12 PM (IST)
Hero Image
माफिया मुख्तार की रहस्यमयी मौत से उठा पर्दा।
जागरण संवाददाता, बांदा। मंडल जेल में बंद पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी की मौत बीमारी और हार्ट अटैक से ही हुई थी। बेटे उमर अंसारी ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया था कि पिता को जेल में धीमा जहर दिया जा रहा था, यह बात बिसरा रिपोर्ट में गलत निकली है। अधिकारी दबी जुबान से बिसरा रिपोर्ट आने की बात तो स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन जांच विचाराधीन होने के कारण उसका ब्योरा देने से बच रहे हैं। 

28 मार्च हुई थी मुख्तार अंसारी की मौत

माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत बीते 28 मार्च को जेल में बिगड़ गई थी। देर शाम उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मुख्तार की मौत के बाद मेडिकल बुलेटिन में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था। 

परिजन मौत का कारण जेल में उसको जहर देना बता रहे थे। पोस्टमार्टम में भी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया था। परिवार के आरोपों के कारण जिला प्रशासन ने उसका बिसरा सुरक्षित कराकर जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ भेजा था। 

न्यायिक टीम को सौंपी गई बिसरा रिपोर्ट

सूत्रों के मुताबिक, बिसरा रिपोर्ट आ गई है, जिसमें माफिया की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है। मुख्तार की मौत मामले की जांच कर रही न्यायिक टीम को बिसरा रिपोर्ट सौंपी गई है। 

न्यायिक व मजिस्ट्रियल जांच अधिकारी इस प्रकरण में कोई भी टिप्पणी नहीं कर रहे हैं। एसपी अंकुर अग्रवाल ने भी प्रकरण में कुछ बताने से इन्कार किया है। उनका कहना था कि रिपोर्ट आई होगी तो जांच अधिकारी के पास गई होगी।

कोर्ट में भी दिया था प्रार्थना पत्र

मुख्तार अंसारी ने मृत्यु से पहले मऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में 20 मार्च को अपने वकील के माध्यम से प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। कोर्ट को बताया था कि 19 मार्च को जेल के अंदर खाने में उसे जहर दिया गया। इसके पहले दो बार उसकी जान लेने की कोशिश की गई। 

25 मार्च को जब मुख्तार की हालत बिगड़ी तो उसे देखने आए भाई अफजाल अंसारी ने भी मुख्तार को जेल के अंदर जहर देने का आरोप जिला प्रशासन पर लगाया था। मुख्तार की मौत के बाद उसका शव लेने आए बेटे उमर अंसारी ने भी जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया था।

यह भी पढ़ें: सफाईकर्मी बन बैठा एसडीएम… एक फोन घुमाकर प्रधान से करवा लिए साइन, बड़े अधिकारी के पास पहुंचा मामला तो खुली पोल

यह भी पढ़ें: Kannauj Lok Sabha Seat: क्या अखिलेश यादव ही कन्नौज से लड़ेंगे चुनाव! सोशल मीडिया पर दावेदारी का लेटर वायरल

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।