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PMFME Scheme: युवाओं को रोजगार से जोड़ने की कवायद तेज, योजना के तहत लगेंगे 275 उद्यम; 10 लाख तक का मिलेगा अनुदान

पीएमएफएमई योजना से युवा उड़ान भर रहे हैं। सरकार शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने की कवायद कर रही है। युवाओं की स्वरोजगार के जरिए आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए उद्यान विभाग में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना संचालित कर रही है। उद्यान विभाग ने इस वर्ष जिले में 275 उद्यम स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 09 Oct 2024 04:01 PM (IST)
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पीएमएफएमई योजना के तहत लगेंगे 275 उद्यम

जागरण संवाददाता, बांदा। पीएमएफएमई योजना से युवाओं को रोजगार मिल रहा है। उनके सपनों की उड़ान में चार चांद लग रहे हैं। इस समय शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने की कवायद कर रही है।

प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत इस वर्ष उद्यान विभाग जिले में 275 उद्यम स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उद्यम स्थापित करने में युवा को दस लाख तक का अनुदान दिया जाएगा। बैंक से तीस लाख रुपये का ऋण दिलाया जाएगा। युवा आयल मिल, फ्लोर मिल, दूध डेयरी, राइस मिल, मिनी प्लांट जैसे 50 तरह के उद्यम स्थापित कर सकेंगे।

इस साल जिले में 275 उद्यम स्थापित करने का लक्ष्य

युवाओं की स्वरोजगार के जरिए आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए उद्यान विभाग में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना संचालित कर रही है। इसके तहत हर वर्ष ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में छोटे उद्यम स्थापित किए जाते हैं। उद्यान विभाग ने इस वर्ष जिले में 275 उद्यम स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

योजना के तहत उद्यम स्थापित करने में उद्यान विभाग लाभार्थी को बैंक से 30 लाख रुपये तक का कर्ज दिलाएगी। इसमें उद्यमी को 35 प्रतिशत या अधिकतम दस लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। उद्यान विभाग ने युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार स्थापित कराने की कवायद में जुटा है। अभी तक जिले में 114 उद्यम स्थापित भी हो चुके हैं। अन्य के लिए आवेदकों का इंतजार है।

114 युवाओं ने राेजगार पाकर शुरू की उड़ान

उद्यान विभाग में युवा इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद जिला रिसोर्स परसन लाभार्थी का सत्यापन करेंगे। इसके बाद चयनित प्रोजेक्ट को ऋण के लिए बैंक फाइल भेजी जाएगी। बैंक से ऋण मिलने के बाद उद्यमी अपना उद्यम स्थापित कर सकेगा। जिले में अब तक 114 युवाओं ने राेजगार पाकर अपनी उड़ान शुरू की है।

पढ़ाई लिखाई करने से कोई फायदा हुआ नहीं, नौकरी की तलाश में भटकने से बेहतर कुछ उद्योग धंधे के जरिए काम करना अच्छा समझा। सरकार की पीएमएफएमई योजना ने मेरी सोच को पंख दिये। आज गांव में फ्लोर मिल स्थापित कर अपने पैराें पर खड़ा हो सका।

-सतीश कुमार, तिंदवारा

सरकारी नौकरी की माथापच्ची से अलग हट मैंने स्वयं एक व्यापार करने का मन बनाया। कस्बे में तेल स्पेलर लगा तेल का व्यापार करने का सबसे अच्छा स्कोप था। लेकिन पैसे न होने से परेशान हुआ। इस पर करीब पांच लाख रुपये का खर्च आ रहा था। पीएमएफएमई योजना के सहयोग से तेल स्पेलर उद्यम शुरू किया। स्वयं के काम होने से वह बहुत खुश है।

-रावेंद्र सिंह, अतर्रा

इन उद्योगों को स्थापित करने के लिए करें आवेदन, मिलेगा अनुदान

जिला रिसोर्स परसन शिवम द्विवेदी ने बताया कि युवा उद्यमी आयल मिल, फ्लोर मिल, दूध डेयरी, दाल मिल, राइस मिल, मिनी प्लांट, मसाला चक्की, आइसक्रीम, आरो प्लांट, जूस, चिप्स, पापड़, कुरकुरे, नमकीन, पोहा उद्योग, बेकरी उद्योग, टोमेटो सास केचप, गन्ना आधारित गुड़ उद्योग, हर्बल उत्पाद उद्योग, मक्का से संबंधित उद्योग (पापकार्न), रेडी टू ईट, मसाला उद्योग, फल आधारित उद्योग सहित 50 उद्यम शामिल हैं। इन्हीं उद्यमों में सब्सिडी का लाभ मिल सकेगा।

शासन की पीएमएफएमई योजना युवाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इसका लाभ लेना चाहिए। उद्यान विभाग अनुदान के साथ बैंक से ऋण भी उपलब्ध करा रहा है। आवेदन के लिए जिला रिसोर्स पर्सन से संपर्क कर सकते हैं।

-राजेंद्र कुमार, जिला उद्यान अधिकारी, बांदा

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