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फलों के दाम छू रहे आसमान, रोजेदारों की जेब हो रही खाली

जेदारों की जेब खाली कर रही है।

By JagranEdited By: Updated: Sun, 24 Apr 2022 04:03 PM (IST)
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फलों के दाम छू रहे आसमान, रोजेदारों की जेब हो रही खाली

फलों के दाम छू रहे आसमान, रोजेदारों की जेब हो रही खाली

जागरण संवाददाता, बांदा : रमजान माह में फलों की महंगाई रोजेदारों की जेब खाली कर रही है। 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिकने वाले फलों के दाम 100 पार कर चुके हैं। अनार 160 रुपये किलो में बिक रहा है। जबकि दिन भर रोजा रखने के शाम को दिल को ठंडक पहुंचाने वाला नींबू भी बाजार से गायब है। मिलता भी है तो 10 या 15 रुपये का एक नींबू। महंगाई से परेशान रोजेदार मजबूरन खाने में कटौती कर रहे हैं।

डीजल व पेट्रोल के दामों में महंगाई ने आम लोगों के साथ रोजेदारों को भी हिलाकर रख दिया है। रमजान त्योहार के महीने में फल खरीदना आम लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। फलों के भाव आसमान छू रहे हैं। रोजेदार दिन भर रोजा रहने के बाद शाम को फलों से ही इफ्तार करते हैं। लेकिन फलों के साथ इफ्तार करना महंगा हो गया है। दूसरी तरफ रोजेदार को शाम को ठंडक पहुंचाने वाला रुआब्जा व नींबू भी गायब नजर आ रहा है। इस बार रमजान माह में फलों के रेट भी आसमान छू रहे हैं। रेट अधिक होने के कारण फलों का सेवन करना आम लोगों की पहुंच से दूर हो चला है। महंगाई इस कदर बढ़ गई है कि रूआब्जा की बोतल ही बाजार में मौजूद नहीं है। जिन लोगों के पास है तो वह लोग भी खुदरा मूल्य से अधिक रुपए में बेच रहे हैं, जिस कारण लोगों की पहुंच से दूर हो चली है। उधर 30 से 40 रुपए किलो मिलने वाला नींबू भी 200 से 250 रुपए किलो मिल रहा है, जिससे लोगों को खरीदने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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-जो फल पहले 100 रुपये प्रति किलो था, अब वह 150 में बिक रहा है। रमजान में फलों की बिक्री ज्यादा हो जाती है। जिसके चलते खपत बढ़ जाने के कारण माल की कमी हो जाती है। जब फल मार्केट में कम होगा तो महंगा तो ही जाएगा।

-फल विक्रेता मोनू गुप्ता

-रमजान माह में फलों खपत ज्यादा हो गई है। जबकि माल कम आ रहा है। ऊपर से डीजल बढ़ने के बाद भाड़ा भी बढ़ा है। ऐसे में फल और सब्जियों के दाम तो बढ़ेंगे ही।

-फल विक्रेता राजकुमार

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-पूरे दिन रोजा रखने के बाद शाम को इफ्तारी में सेब, केला, अनार की जरूरत पड़ती है। फल इतने महंगे हैं कि खरीदने की हिम्मत नहीं पड़ती। जहां पहले एक किलो मंगाते थे, वहीं अब आधा किलो में काम चलाना पड़ रहा है।

-मोहम्मद याकूब, मर्दननाका

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-फलों व अन्य चीजों की महंगाई ने तो हम लोगों का दिवाला ही निकाल दिया है। अपने लिए न सही, बच्चों के खातिर जेब ढीली ही करनी पड़ती है। इतना पहले कभी फलों के दाम नहीं बढ़े।

-शमीम अहमद, रामलीला मैदान

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फलों के दामों पर एक नजर

फल पहले कीमत मौजूदा कीमत

सेब 80-100 160-180

अनार 80-100 120-140

अंगूर 50-60 80-100

तरबूज 40-50 50-60

केला 40-50 60-80

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