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विहिप व बजरंगदल के पदाधिकारियों को पीटने में थानाध्यक्ष समेत तीन लाइन हाजिर, लव जिहाद मामले में करने गए थे पैरवी

यूपी के बांदा जिले के तिंदवारी थाने में एक मामले में पैरवी करने गए विहिप व बजरंग दल के पदाधिकारियों की पिटाई मामले में एसपी ने थानाध्यक्ष व दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। आरोप था कि तिंदवारी पुलिस ने कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की। नाराज पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने एसपी आवास का मंगलवार रात में घेराव करते हुए धरना-प्रदर्शन व नारेबाजी कर सड़क जाम कर दिया था।

By sujit dixit Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 25 Jul 2024 11:19 AM (IST)
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विहिप व बजरंगदल के विरोध प्रदर्शन को लेकर एसपी कार्यालय के बाहर सुरक्षा में मुस्तैद पुलिस कर्मी। जागरण

जागरण संवाददाता, बांदा। तिंदवारी थाने में एक मामले की पैरवी करने गए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) व बजरंगदल के पदाधिकारियों की पिटाई मामले में एसपी ने थानाध्यक्ष व दो पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। घटना के विरोध में मंगलवार को देर रात दोनों संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने एसपी आवास और कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी की।

बुधवार को एसपी आफिस में प्रदर्शन चलता रहा। पुलिस व कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी हुई। उनकी मांग रही कि थाना प्रभारी समेत पूरा स्टाफ निलंबित किया जाए। आरोपित पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। इसके लिए उन्होंने एसपी को तहरीर भी दी है। जिसमें जांच सीओ सदर को सौंपी गई है।

लव जिहाद मामले में पैरवी करने गए थे कार्यकर्ता

तिंदवारी थाना क्षेत्र की एक किशोरी का विशेष वर्ग के युवक ने सोमवार को अपहरण कर लिया था। जिसको बाद में पुलिस ने उन्हें पन्ना से बरामद किया था। विहिप के जिलाध्यक्ष चंद्रमोहन बेदी व बजरंग दल के पदाधिकारी थाने में लव जिहाद मामले की कार्रवाई के लिए पैरवी करने गए थे। वहां विवाद हो गया।

एएसपी ने दिया आश्वासन

एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र के समझाने व आश्वासन देने पर आंदोलन शांत हुआ था। इसी मामले को लेकर विहिप के प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र पांडेय के नेतृत्व में बुधवार सुबह 11 बजे सैकड़ों पदाधिकारी रामलीला मैदान में एकत्र हुए। जहां से वे नारेबाजी करते हुए पहले अशोक लाट पहुंचे। वहां से एसपी कार्यालय पहुंचे। जय श्रीराम के नारे लगाए गए। पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताई।

उन्होंने आरोपित पुलिस कर्मियों को निलंबित कर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि घटना पूरी तरह आपत्तिजनक व नितांत आपराधिक है। जब तक मुकदमा दर्ज करने की कापी उन्हें नहीं मिल जाती वह बांदा केंद्र नहीं छोड़ेंगे। तीन दिवस के अंदर यदि आरोपित थानाध्यक्ष व पुलिस कर्मी निलंबित नहीं किए जाते हैं तो यह आंदोलन आखिरी नहीं है।

पूरे मामले में प्रदेश उपाध्यक्ष के साथ प्रांत संयोजक बजरंग दल अजीत राज, प्रांत सह-संयोजक अवधेश , प्रभाकर सिंह चंदेल जी, प्रांत सह धर्म प्रसार प्रमुख चंद्रिका दीक्षित, प्रांत सह धर्म प्रसार प्रमुख पवन सिंह, विभाग अध्यक्ष अशोक कुमार सहित चारों जिलों के जिलाध्यक्ष एवं जिला मंत्री शामिल रहे।

एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि थाना प्रभारी राधाकृष्ण तिवारी व कांस्टेबल फिरोज खान, दीपक दुबे को लाइन हाजिर किया गया है। घायल हुए कार्यकर्ताओं का डॉक्टरी परीक्षण कराकर आगे की लिखा-पढ़ी की कार्रवाई की जा रही है। मामले की जांच सीओ सदर कर रहे हैं। सीसी कैमरे के फुटेज भी देखे जा रहे। कार्यकर्ताओं ने मारपीट व अभद्रता करने का आरोप लगाया है। जबकि पुलिस कर्मियों ने भी प्रशासन के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करने की बात कही है। जांच के आधार पर जो यथा स्थिति सामने आएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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