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UPSC Success Story: आमिर खान ने पास की यूपीएससी परीक्षा, बताया कैसे क्रैक किया पेपर और बन गए IAS

UPSC Success Story आमिर चार बहनों और तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा में 933 में 154वीं रैंक हासिल की। आमिर को तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Wed, 24 May 2023 05:00 AM (IST)
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UPSC Success Story: आमिर खान ने पास की यूपीएससी परीक्षा, बताया कैसे क्रैक किया पेपर और बन गए IAS
बांदा, जागरण संवाददाता। होनहार बुंदेली बेटे आमिर खान ने यूपीएससी (सिविल सेवा परीक्षा) में 154वीं रैंक हासिल कर जिले का गौरव बढ़ाया। मंगलवार को दोपहर बाद परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो आमिर के घर में खुशियां छा गईं। बेटे की सफलता की जानकारी हुई तो मां आमना खातून बगल स्थित मजार में मत्था टेकने पहुंची। आमिर इस समय दिल्ली में हैं। उनके जरैली कोठी स्थित आवास में पिता को बधाई देने वालों का तांता लग गया।

शहर के जरैली कोठी मुहल्ला निवासी शिक्षक रफाकत हुसैन के बेटे आमिर खान ने तीसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। आमिर ने प्राथमिक शिक्षा शहर के हिरा माडल इस्लामियां इंटर कालेज से हासिल की। वर्ष 2012 में हाईस्कूल परीक्षा सेंटमैरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 96 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने अलीगढ़ में वर्ष 2014 में इंटरमीडिएट परीक्षा पास की।

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग आफ टेक्नालाजी (बीटेक) किया। वर्ष 2019 में वह दिल्ली चले गए। यहां जामिया में रहकर आगे की पढ़ाई की। आमिर चार बहनों और तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा परीक्षा में 933 में 154वीं रैंक हासिल की। आमिर को तीसरे प्रयास में यह सफलता मिली है।

मंगलवार को परीक्षा परिणाम घोषित हुआ तो जरैली कोठी स्थित शिक्षक रफाकत हुसैन के आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। रफाकत हुसैन बिसंडा ब्लाक के बिसंडी खुर्द उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं। उनकी मां आमना खातून बेटे की सफलता पर बेहद खुश हैं। परिणाम आने के बाद वह जरैली कोठी मजार में मत्था टेकने गईं।

मूल रूप से बबेरू के गौरीखानपुर गांव निवासी पिता रफाकत हुसैन और आमिर के चाचा सपा पूर्व जिलाध्यक्ष इम्तियाज खान बेटे की इस सफलता से बेहद खुश हैं। उनके आवास पर बधाई देने वालों का सिलसिला चलता रहा। आमिर अपनी इस सफलता का श्रेय माता आमना खातून व पिता रफाकत हुसैन को देते हैं। उन्होंने बताया कि मां हमेशा आइएएस बनने के लिए प्रेरणा और ताकत देती रहीं। मैने मां का सपना पूरा किया और बेहद खुश हूं। फोन पर हुई बातचीत में आमिर ने बताया कि लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें तो सफलता अवश्य मिलेगी। बधाई देने वालों में अचिन खरे, एजाज अहमद आदि शामिल रहे।

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