Barabanki News: सांसद ने एई को डांटा तो मांगी छुट्टी, आवेदन में लिखा- शासन स्तर से चाहिए सुरक्षा का आश्वासन
सहायक अभियंता ने पत्र में कहा है कि सांसद ने मोबाइल पर अभद्र भाषा में धमकी देकर प्रताड़ित किया है। मुझे उनकी बातों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मेरे साथ कभी भी कोई दुर्घटना करा सकते हैं।
बाराबंकी, जागरण संवाददाता। सिंचाई विभाग खंड-28 हैदरगढ़ क्षेत्र में तैनात सहायक अभियंता संजय गुप्ता को सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को पुल निर्माण की कार्ययोजना के मामले में फोन पर डांट दिया। इससे आहत होकर सहायक अभियंता ने अधीक्षण अभियंता, डीएम व अन्य विभागीय अधिकारियों को पत्र भेजकर सांसद से सुरक्षा का शासन स्तर से आश्वासन न मिलने तक छुट्टी स्वीकृत करने की मांग की है।
अभद्र भाषा में धमकी देने का आरोप
सहायक अभियंता ने पत्र में कहा है कि सांसद ने मोबाइल पर अभद्र भाषा में धमकी देकर प्रताड़ित किया है। मुझे उनकी बातों से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मेरे साथ कभी भी कोई दुर्घटना करा सकते हैं। मीटिंग में बुलाकर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा सकता है। इसलिए जब तक प्रशासनिक रूप से सुरक्षा का आश्वासन शासन स्तर से नहीं प्राप्त होता है, तब तक मुझे छुट्टी पर रहने की अनुमति प्रदान की जाए।
मामले पर सांसद ने दी प्रतिक्रिया
इस संबंध में सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने बताया कि त्रिवेदीगंज ब्लाक के कान्हूपुर में नहर पुल टूटा होने से आवागमन बाधित है। जनता ने पुल निर्माण की मांग शनिवार को प्रधानमंत्री सड़क के शिलान्यास मौके पर उठाई। बताया गया कि अधिशाषी अभियंता नवनीत कुमार व अधीक्षण अभियंता ने भी कई बार सहायक अभियंता को कार्ययोजना बनाने के लिए मौखिक व पत्र लिखकर निर्देशित किया, लेकिन सहायक अभियंता ने कार्ययोजना अभी नहीं दी है।
इसी संबंध में सहायक अभियंता से बात कर कार्ययोजना बनाने को कहा। डांटने व धमकी जैसी कोई बात नहीं है। उच्चाधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना व कार्य के प्रति लापरवाही के संबंध में सहायक अभियंता के बारे में शासन से अवगत कराऊंगा।
अधिशासी अभियंता ने कहा- पत्र नहीं मिला
अधिशाषी अभियंता नवनीत कुमार का कहना है कि सड़क शिलान्यास कार्यक्रम हमारी नहर के बगल में था, इसलिए मैं भी वहां गया था। सांसद और विधायक ने पुल निर्माण की कार्ययोजना के बारे में पूछा, तो हमने बताया कि सहायक अभियंता संजय गुप्ता को लिखित और मौखिक तौर पर कहा गया, लेकिन उन्होंने अभी एस्टीमेट नहीं दिया है। सहायक अभियंता का कोई भी पत्र मुझे नहीं मिला है।