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सरयू नदी का फिर बढ़ने लगा जलस्तर, कई गांवों में आई बाढ़; गांव छोड़कर दूसरे इलाकों में रहने को मजबूर लोग

सरयू का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने से गांव के लोग दूसरे इलाकों में रहने को मजबूर हो गए हैं। शाम छह बजे जल स्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 106.376 मीटर पहुंच गया। जो खतरे के निशान से 30 सेंटी मीटर ऊपर है। शारदा व गिरजा बैराज से दो लाख 87 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है जो रविवार को जिले की परिधि में पहुंचेगा।

By Prem Shankar Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 21 Jul 2024 07:59 AM (IST)
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सूरतगंज के सरसंडा में कटान करती नदी। जागरण
संवादसूत्र, सूरतगंज, (बाराबंकी)। सरयू नदी का जलस्तर फिर बढ़ गया। तटवर्ती गांवों में पानी भरने से बाढ़ आ गई है। लोग गांवों से निकलकर तटबंध पर पहुंचने लगे हैं। पिछले हफ्ते जल स्तर घटने के बाद लोग तटबंध पर बसे परिवार गांवों में फिर पहुंच गए थे।

शनिवार को दोपहर बाद से पानी तेजी से बढ़ने लगा। शाम छह बजे जल स्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 106.376 मीटर पहुंच गया। जो खतरे के निशान से 30 सेंटी मीटर ऊपर है। शारदा व गिरजा बैराज से दो लाख 87 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है, जो रविवार को जिले की परिधि में पहुंचेगा। इससे समस्या और बढ़ने के आसार हैं। पानी तेजी से तटवर्ती गांवों में पहुंच रहा है।

सबसे ज्यादा समस्या गनेशपुर-चहलारी घाट तटबंध के किनारे सुंदर नगर गांव से हेतमापुर के मध्य है। नदी व तटबंध के बीच करीब दो किलो मीटर में बसे दो दर्जन गांवों में पानी भरने लगा है। बबुरी, सरसंडा, कचनापुर, मदरहा, केदरीपुर, बाबापुरवा, सुंदरनगर, बलाईपुर, कोडरी, पर्वतपुर व बांध बिझला व पंडित पुरवा पानी से घिर गए हैं। आवागमन के रास्ते बंद हो रहे हैं। बबुरी, कचनापुर व हेतमापुर सहित आसपास के गांवों में खेत खलिहान पानी से भर गए हैं।

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