सरयू नदी से कटान तेज, जल स्तर भी बढ़ा
गणेशपुर/सिरौलीगौसपुर (बाराबंकी) : सरयू नदी का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। इसी के साथ तटवर्ती गांवों में नदी की कटान भी तेज हो गई है। मंगलवार को जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 105.656 मीटर रहा। गिरजा व शारदा बैराज से मंगलवार की सुबह आठ बजे दो लाख 35 हजार क्यूसेक पानी फिर छोड़ा गया है। इससे बुधवार तक जलस्तर और बढ़ने के आसार हैं।
रामनगर के तपेसिपाह, कोरिनपुरवा, परसादीपुरवा व मल्हानुपरवा में कटान तेज हो गई। सरयू नदी के संजय सेतु की पांचवे व छठे पिपर के मध्य जमीन कट रही है। सूरतगंज ब्लाक के पर्वतपुर, सुमिरनपुरवा, मिश्रीपुरवा व गायघाट गांव की जमीन भी तेजी से कट रही है। नदी का बहाव इन गांवों की ओर से गया है। अधिशाषी अभियंता बाढ़ शशिकांत सिंह का कहना है कि जलस्तर व कटान पर नजर रखी जा रही है। जहां कटान रोकने की गुंजाइश है वहां रोकी जा रही है।
बाढ़ से बचाव के तरीके बताए : सिरौलीगौसपुर तहसील के पारिजात सभागार में राष्ट्रीय आपदा मोचन दल की ओर से बाढ़ से बचाव के तरीके अधिकारियों व कर्मचारियों को बताए गए। टीम ने बाढ़ प्रभावित गांवों का हाल भी देखा। वाराणसी के लखनऊ स्थित क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र कमांडेंट मनोज शर्मा के निर्देशन में टीम ने सरयू नदी के तट पर बसे बाढ़ प्रभावित कई गांवों की स्थित देखी। ग्रामीणों से बात की। इसके बाद सिरौलीगौसपुर तहसील सभागार में अधिकारियों व कर्मचारियों को बाढ़ आपदा से बचाव के बारे में जानकारी दी। बाढ़ के अलावा आकाशीय बिजली, दामिनी एप, सर्पदंश, प्राथमिक चिकित्सा के बारे में भी बताया। उप जिलाधिकारी प्रिया सिंह तथा तहसीलदार सुरेंद्र कुमार से मिलकर बाढ़ बचाव की तैयारियों पर चर्चा भी किया।